विपक्षी दलों द्वारा सैकड़ों उम्मीदवारों को उतारे जाने की चल रही है कवायद
इंदौर, 10 अप्रैल 2024
2024 आम चुनाव की तैयारी जारी है । विपक्षी दलों का ईवीएम (इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन) को लेकर विरोध सामने आ रहा है । इसके बावजूद भारतीय निर्वाचन आयोग चुनाव ईवीएम से कराये जाने का निर्णय ले चुका है । ईवीएम की निष्पक्षता के पक्ष और विपक्ष में कई तर्क दिये जा रहे हैं लेकिन मध्य प्रदेश की राजगढ़ लोक सभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी और राज्य सभा सदस्य दिग्विजय सिंह बैलेट पेपर से चुनाव कराये जाने की एक नई कवायद करते नजर आ रहे हैं । सूत्रों की मानें तो राजगढ़ लोक सभा सीट से 384 प्रत्याशी मैदान में उतारे जाने की कवायद की जा रही है ।
हम आपको बता दें कि एक लोक सभा सीट से 384 प्रत्याशी होने की सूरत में निर्वाचन आयोग को ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराना होगा। यही वजह है कि राजगढ़ के अलावा महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की कई लोक सभा सीटों पर कांग्रेस समर्थित अनेक प्रत्याशियों को मैदान में उतारे जाने की कोशिश रंग लेती दिखाई दे रही है ।
क्या कहा विशेषज्ञों ने
भारतीय निर्वाचन आयोग के पूर्व आयुक्त ओ पी रावत ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि यदि एक लोक सभा सीट से 384 प्रत्याशी मैदान में उतरते हैं, ऐसी स्थिति में इवीएम से मतदान नहीं कराया जा सकता है। ऐसे में हर हाल में बैलेट पेपर ही मतदान के लिए एकमात्र विकल्प रह जाएगा। उधर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ नरोत्तम मिश्रा इस तरह की कवायद को कांग्रेस में हार के डर से आई निराशा बता रहे हैं ।
चिंतन में पड़ा आयोग
भारतीय निर्वाचन आयोग के मध्य प्रदेश में पदस्थ उच्च अधिकारियों ने ऐसी किसी भी स्थिति से अनभिज्ञता जाहिर की साथ ही आधिकारिक रूप से कहा कि फिलहाल चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल हो जाने दीजिये । इतनी बड़ी संख्या में यदि उम्मीदवार मैदान में उतरते हैं तो हम वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा करेंगे । इसके बाद नियामनुसार मतदान सम्पन्न कराया जाएगा ।
दरअसल बैलेट पेपर से मतदान कराये जाने की स्थिति में बैलेट पेपर और मतपेटियों की व्यवस्था करना आयोग के लिए एक बड़ी चुनौती होगी । इतने अधिक उम्मीदवार मैदान में होने के चलते बैलेट पेपर की पूरी की पूरी बुकलेट छपवानी होगी । फिर इतनी भारी संख्या में मतपेटियाँ तैयार कराना जैसी जरूरतों ने आयोग की चिंता बढ़ा रखी है ।