18 वर्षों में 335 जघन्य गंभीर प्रकरण चिन्हित, 67 प्रतिशत में दिया निर्णय, 70 प्रतिशत को मिली सजा

इंदौर 12 जनवरी, 2024

चिन्हित जघन्य गंभीर आपराधिक प्रकरणों की समीक्षा बैठक संपन्न

मध्यप्रदेश के इंदौर में शुक्रवार को कलेक्टर आशीष सिंह ने अपराध के संबंध में समीक्षा बैठक ली। बैठक में इंदौर के चिन्हित एवं जघन्य अपराध प्रकरणों के निराकरण, प्रकरणों की वर्तमान स्थिति तथा अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने हेतु की जा रही कार्यवाही की जानकारी ली।

 बैठक में लोक अभियोजन अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2005 से 2023 तक जघन्य गंभीर अपराधों में कुल 335 प्रकरण चिन्हित किए गए थे जिनमें से 223 प्रकरणों में निर्णय हो चुका है तथा 112 न्यायालय में लंबित प्रकरण है। उक्त प्रकरणों में सजा का प्रतिशत 70 प्रतिशत रहा है, जो प्रदेश में सबसे अधिक है।

दोषियों को कड़ी सजा मिले

कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा है कि गंभीर श्रेणी के अपराधों में अपराधियों को किसी तरह से भी राहत नहीं मिले। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा हो।

ये रहे उपस्थित

बैठक में कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, लोक अभियोजन अधिकारी तथा अन्य शासकीय अधिवक्ता उपस्थित रहे। 

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है।