जैन तीर्थों को बचाने उतरे संत, उठा राजनीति का बवंडर,पक्ष-विपक्ष दोनों लग गए अपने-अपने नंबर बढ़ाने मेंजैन तीर्थों को बचाने उतरे संत, उठा राजनीति का बवंडर,पक्ष-विपक्ष दोनों लग गए अपने-अपने नंबर बढ़ाने में

जैन तीर्थों को बचाने उतरे संत, उठा राजनीति का बवंडर,पक्ष-विपक्ष दोनों लग गए अपने-अपने नंबर बढ़ाने में

नेहा जैन, इंदौर

20 अक्टूबर 2023

newso2.com@gmail.com 

किसी विद्वान ने कहा है,” सियासत में धर्म का इस्तेमाल किसी लोकतान्त्रिक देश के लिए खतरनाक है। इन दिनों मध्य प्रदेश एक तरफ चुनाव के उत्सव में पूरी तरह डूबा हुआ नजर आ रहा है। वहीं लंबे समय से अपने धार्मिक स्थलों पर मँडराते वैध/अवैध अतिक्रमणों को लेकर सकल जैन समाज संघर्ष कर रहा है। इंदौर-5 से कांग्रेस का टिकट मिलने के महज दो दिन पहले कांग्रेस प्रत्याशी सत्यनारायण पटेल ने जैन संत पुलक सागर महाराज का अपील करता हुआ एक वीडियो साझा किया था। इसे कुछ वेब मीडिया मंचों और दैनिक अखबारों ने ख़ासी तवज्जो देकर प्रकाशित और प्रसारित किया।

न्यूज ओ2 ने जब पड़ताल की तो यह वीडियो सियासी गर्मी से अप्रासंगिक पाया गया। आसान भाषा में कहें तो पुलक सागर महाराज के समर्थकों के द्वारा मई 2023 में पहली बार सार्वजनिक किए जाने की बात सामने आई। वीडियो की विषय वस्तु से इतर मामला सियासी रूप से गरमाता देख अब इंदौर -1 के भाजपा प्रत्याशी और कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय ने जैन संत और जैन समाज की नाराजगी दूर करने का दावा किया है। विजयवर्गीय की ओर से जैन संत पुलक सागर महाराज का एक ताजा वीडियो साझा किया है, जिसमें पुलक सागर महाराज गोमटगिरि जैन तीर्थ विवाद के सकारात्मक पटाक्षेप किए जाने की बात कह रहे हैं, साथ ही वे विजयवर्गीय की पहल के लिए उन्हें धन्यवाद ज्ञापित कर रहे हैं। आपको बता दें इससे पहले पुलक सागर महाराज ने जैन धर्मालंबियों से गोमटगिरि जैन तीर्थ पर कथित अवैधानिक कब्जे को लेकर एकजुट होने का आव्हान किया था। उन्होने मंदिर की भूमि कब्जा मुक्त कराये जाने की अपील भी की थी। जैन मुनि ने गोमटगिरी तीर्थ पर हुए अवैध कब्जे को लेकर राज्य की भाजपा सरकार को एक तरह से जिम्मेदार ठहराया था। उन्होने यह तक कह दिया था, ” क्या हमने इसलिए भाजपा को वोट देकर इनकी सरकार को चुना था?”  

विजयवर्गीय ने क्यों की पहल ?

एरोड्रम रोड पर दिगंबर जैन समाज के प्रसिद्ध तीर्थ गोमटगिरि को लेकर बीते एक दशक में अनेक बार अवैध कब्जे/अतिक्रमण की शिकायतें सामने आती रही हैं। इससे पहले एक कथित बाबा के चंगुल से तीर्थ स्थल की भूमि को प्रशासन ने कड़ी मशक्कत के बाद मुक्त कराया था। अब एक अन्य समाज के कथित पदाधिकारियों द्वारा तीर्थ भूमि पर अवैध अतिक्रमण की बात सामने आ रही है। चुनावी मौसम के बीच पुलक सागर महाराज और अन्य जैन समुदाय के लोगों का सार्वजनिक रूप से आक्रोश सामने आने के बाद विजयवर्गीय ने फिलवक्त समस्या समाधान का आश्वासन दिया है। जानकारों की माने तो जैन समाज की गहरी नाराजगी का खामियाजा को आने वाले चुनाव में भुगतना पड़ सकता है। यही वजह है कि भाजपा महासचिव ने डेमेज कंट्रोल करने के प्रयासों के तहत उक्त कदम उठाए हैं।

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है।