सियासी उठापटक

दावे – वादे,  प्रलोभन और आरोपों के घोड़े पर सवार है सत्ता आसीन होने की आकांक्षाएं

इंदौर

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एक आम सभा को संबोधित करते हुए सपा सुप्रीमो ने यह कहकर चौंका दिया कि कांग्रेस शुरू से जातिगत जनगणना के विरोध में रही है। उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर तमाम भाषायी मर्यादाएं लांघते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम लिये बगैर उन्हें मूर्ख की संख्या दी है। इसी क्रम में राहुल गांधी अपनी आम सभाओं में राज्य भाजपा के 18 वर्ष के शासन में हुए कथित घोटालों को प्रमुखता से उठा रहे हैं। 

राहुल कांग्रेस की राज्य में अल्पकाल में गिरी सरकार को लेकर भी शिवराज और मोदी को घेरते हुए आरोप लगा रहे हैं कि पैसों के दम पर भाजपा द्वारा जनता द्वारा चुनी हुई सरकार चोरी कर ली गई। राहुल ने यहाँ तक कहा कि मप्र में हुए 8 हजार करोड़ के कथित घोटालों की जांच करवाकर वे दोषी नेताओं को जेल भिजवाएंगे। वहीं भाजपा के पक्ष में चुनाव प्रचार के दौरान गृह मंत्री अमित शाह भी प्रधानमंत्री मोदी के गुणगान करते हुए नजर आ रहे हैं।

पीसीसी चीफ कमलनाथ अपने चिर-परिचित अंदाज में स्वयं को राजा-महाराजा या मामा जैसी संज्ञाओं से अलग  बता रहे हैं। नाथ जनता के बीच स्वयं को जनता का भाई कहते हुए हर जगह सुने जा रहे हैं। कमलनाथ चुनाव प्रचार में कांग्रेस की सरकार को गिराए जाने को लेकर भी भाजपा को कोसते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होने एक आम सभा में कहा कि जनता ने कांग्रेस की सरकार को चुना लेकिन धन और सत्ता के लालचियों ने वोटों से चुनी सरकार को नोटों से गिरा दिया।  देश के रक्षा मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने अपनी एक चुनावी सभा में सपा और बसपा को चुनावी चिड़िया करार दिया। राजनाथ सिंह ने हरदा में बन रहे त्रिकोणीय मुकाबले को लेकर कहा चुनाव आते ही चिड़िया उड़कर मध्य प्रदेश आ जाती है और यह चिड़िया रूपी सपा, बसपा चुनाव खत्म होते ही उत्तर प्रदेश वापस चली जाती है।

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है।