बिग बॉस 17 के विजेता बने मुनव्वर फारुखी, कहा पहले से बेहतर इंसान बनकर लौटा हूँ

बिग बॉस 17 के विजेता के रूप में स्टैंड अप कॉमेडियन मुनव्वर फारुखी ने बाजी मार ली है। सलमान खान ने उन्हें रविवार रात विजेता घोषित किया। शो जीतने पर फारुखी को एक गाड़ी, 50 लाख रु और एक ट्रॉफी इनाम में मिली है। सिंगर, लेखक मुनव्वर फारुखी को 28 जनवरी इसलिए भी खास है क्योंकि इस दिन उनका जन्म दिन होता है। मुनव्वर ने कहा बिग बॉस खेलकर वे पहले से और बेहतर इंसान बने हैं।

फारुखी अपनी जीत अपनी माँ को समर्पित करते हुए कहते हैं तू साथ न माँ लेकिन साथ तेरा साया था। कितना मशहूर कितना ही कमाया था, वो तोड़ने आए थे मेरा मिट्टी का महल लेकिन बेटा मुमताज़ का उनका ताज छीनने आया था। मुनव्वर ने मीडिया से कहा कि बिग बॉस ने उनके जीवन में कई बदलाव लाये हैं। वह पहले से और बेहतर हुए हैं। बहुत सारे इमोशन्स से आप गुजरते हो, मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं ये सब फील करूंगा। दोस्ती को लेकर एक वक्त आपको किसी से नाराजगी होती है। लोग गेम खेल रहे होते हैं।  आपस में दोस्तों में रंजिशें होना लाज़मी है लेकिन जो रियल रिश्ते होते हैं, वे घर के बाहर भी होते हैं। मैं बिग बॉस जाने के पहले समझा। मैंने दायरे मेनटेन किए, कभी किसी को पर्सनल अटैक नहीं किया। जब बात करने से चीजें सुलझ सकती हैं तो मैं उलझाने वाला इंसान हूँ नहीं। अपनी जिंदगी में भी इस तरह चीजें सोल्व करता हूँ, जरूरत के हिसाब से मैंने बिग बॉस खेला। जब मैं बिग बॉस गया था तो ट्राफी लेने गया था लेकिन बाहर बहुत कुछ लेकर आया हूँ। मैं एक बेहतर मुनव्वर को बाहर लेकर आया हूँ। मेरी लाइफ के एक्शन में भी ये दिखाई देगा। मुझे रिगरेट नहीं है, ये टेस्ट ऐसे समय हुआ, जनता ने मेरा साथ दिया। फैंस ने बहुत प्यार दिया।

इंदौर की जेल में रह चुके हैं मुनव्वर फारुखी

जनवरी 2021 में नए वर्ष के स्वागत में मुनव्वर फारुखी का इंदौर में एक शो था, जहां पर कुछ हिन्दू संगठनों ने पहुँचकर शो बंद कराया था और विवाद, मारपीट के बाद मुनव्वर को जेल की हवा खानी पड़ी थी। मुनव्वर पर आरोप था कि उन्होने हिन्दू देवी देवताओं पर अभद्र टिप्पणी की है। इस मामले में इंदौर की सेंट्रल जेल से सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मुनव्वर फरवरी 2021 में जमानत पर बाहर आ सके थे।

By Jitendra Singh Yadav

जितेंद्र सिंह यादव वरिष्ठ पत्रकार | आरटीआई कार्यकर्ता | राजनीतिक विश्लेषक 15+ वर्षों का पत्रकारिता अनुभव, UNI से जुड़े। Save Journalism Foundation व इंदौर वर्किंग जर्नलिस्ट्स यूनियन के संस्थापक। Indore Varta और NewsO2.com से जुड़े। निष्पक्ष पत्रकारिता व सामाजिक सरोकारों के लिए समर्पित।