समय सागर बने जैन समाज के नए आचार्य

कुंडलपुर में हुआ भव्य समारोह

समय सागर बने जैन समाज के नए आचार्य

कुंडलपुर में हुआ भव्य समारोह

संघ प्रमुख मोहन भागवत, मप्र के मुख्यमंत्री पहुंचे,

पूर्व सांसद प्रदीप जैन आदित्य भी रहे मौजूद

इंदौर

सकल जैन समाज के नये आचार्य के रूप में समय सागर महाराज का 16 अप्रैल 2024 दिन मंगलवार को समस्त जैन मुनि- आर्यिका संघ की उपस्थिति में पदारोहण हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि मप्र के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, स्वयं सेवक संघ प्रमुख डॉ मोहन भागवत उपस्थित रहे। यूपी के झांसी-ललितपुर से पूर्व सांसद प्रदीप जैन आदित्य, मप्र के केबिनेट मंत्री प्रह्लाद पटेल मौजूद रहे। मंच संचालन प्रमाण सागर महाराज ने किया। सुधासागर महाराज ने गुरुवाणी पढ़ी।

भाव शून्य क्रियाएँ कभी फलवती नहीं होतीं- समय सागर

नव पदासीन आचार्य समय सागर महाराज ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम कहते, सुनते बहुत हैं लेकिन आचार्य श्री (विध्यासगर) कहते थे सुनों नहीं गौर करो। आप भगवन के दर्शन करते हो लेकिन जब तक भाव नहीं होंगे फल नहीं मिलेगा। लोग कई सालों से पूजन-पाठ करते आ रहे हैं लेकिन इसके बाद भी उनका कल्याण नहीं होता है तो बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा होता है ? दरअसल भाव शून्य क्रियाएँ कभी भी फलवती नहीं हुआ करतीं। भगवन के सिर्फ दर्शन नहीं उन्हें हृदय में बैठाना है। मोक्ष मार्ग बहुत लंबा- चौड़ा है। वर्तमान में जो मोक्ष मार्ग है वह नर्सरी है। शरीर पर एक छोटा मच्छर भी बैठ जाता है तो उसे उड़ाने के भाव मन में आ सकता है। आचार्य भगवन कहते थे मोक्ष मार्ग सूक्ष्म है। वहाँ तक पहुँचने के लिए हमें बहुत श्रम करने की जरूरत है, केवल शारीरिक श्रम नहीं अंतर्दृष्टि की साधना सिद्ध होती है। मोह की अन्त्येष्टि करने साधना की जा रही है। सत्य और शील के साथ अहिंसा का पालन करना है। नियमों के साथ चींटी की चाल से चलो, तो मंजिल तक पहुँच जाएँगे। हमें मार्ग बनाना नहीं है अपितु आचार्य श्री ने जो मार्ग बताया है उस पर मन,वच, काय से चलना है।

By Jitendra Singh YADAV

जितेंद्र सिंह यादव – वरिष्ठ पत्रकार, आरटीआई कार्यकर्ता और राजनीतिक विश्लेषक जितेंद्र सिंह यादव एक वरिष्ठ पत्रकार हैं, जिनका पत्रकारिता में 15 वर्षों से अधिक का अनुभव है। वर्तमान में वे यूनाइटेड न्यूज ऑफ इंडिया (UNI) के साथ कार्यरत हैं और स्वतंत्र विश्लेषक के रूप में भी सक्रिय हैं। पत्रकारिता के साथ-साथ, वे एक आरटीआई कार्यकर्ता भी हैं और समाज से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर जनहित याचिकाएँ (PILs) दाखिल कर चुके हैं। उनकी रिपोर्टिंग और सामाजिक सक्रियता ने कई अहम मुद्दों को उजागर किया है, जिससे आम जनता को न्याय और पारदर्शिता प्राप्त करने में सहायता मिली है। विशेषज्ञता और योगदान राजनीतिक विश्लेषक एवं स्वतंत्र आलोचक: राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर गहरी पकड़ रखते हैं। सामाजिक कार्यकर्ता: आरटीआई के जरिए सरकारी पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय प्रयास। पशु अधिकारों के पैरोकार: प्रसिद्ध एनजीओ "पीपल्स फॉर एनिमल्स" (इंदौर यूनिट) के सलाहकार। पत्रकारिता जगत में नेतृत्व: "Save Journalism Foundation" के संस्थापक। "इंदौर वर्किंग जर्नलिस्ट्स यूनियन" के संस्थापक, जो पत्रकारों के अधिकारों के लिए कार्यरत है। समाज में प्रभाव पत्रकारिता और सामाजिक कार्यों के जरिए उन्होंने कई महत्वपूर्ण बदलाव लाने में योगदान दिया है। उनकी निष्पक्ष और निर्भीक रिपोर्टिंग, जनहित में उठाए गए कदम और आरटीआई अभियानों ने उन्हें मध्यप्रदेश सहित पूरे भारत में एक प्रभावशाली पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में स्थापित किया है।