मुनि श्री विनम्र सागर जी महाराज ने चेतन तीर्थ निर्माण की अपील की
सतीश जैन, इंदौर,
07 सितंबर 2024:
छत्रपति नगर के दलाल बाग में मुनि श्री विनम्र सागर जी महाराज ने कहा कि एक चाणक्य ने अपनी सलाह से चंद्रगुप्त को सम्राट बना दिया । तीर केंद्र तक कैसे पहुंचाया जाता है, यह चाणक्य को उन्होने ही समझाया था। चंद्रगुप्त चाणक्य किसे कहते हैं , आप कौन हैं , मैं वही हूं जिसकी तुम्हें जरूरत है। बिना गुरु के आपका कोई तीर केंद्र तक नहीं पहुंच सकता। हमारे पास सब कुछ है फिर भी जीवन अच्छे से नहीं चलता। तुम व्रत लेते हो फिर भी चूक जाते हो। तुमने गुरु को स्टेटस सिंबल बनाकर रख दिया है। गुरु के सामने श्रीफल चढ़ाने से नहीं शीशफल चढ़ाने से तुम्हारा उद्धार होगा। हमने करोड़ों रुपए लगाकर अचेतन तीर्थो का निर्माण कर लिया लेकिन अब हमें चेतन तीर्थ का निर्माण करना है। आपके बच्चे की नजर में आपकी प्रतिष्ठा धर्मात्मा की नहीं है। हमारी नजर में तो आप धर्मात्मा हो। वे कहते हैं हमारे माता-पिता की मन , वचन, काया की प्रवृत्ति में बहुत फर्क है।
अपने प्रेरणास्पद उद्बोधन में मुनि श्री ने कहा कि कल से पर्वराज पर्यूषण लग जाएंगे , आपकी भाव भंगिमा भी बदल जाएगी। आपने कहा कि चार प्रकार के लोग होते हैं।
प्रेरणास्पद उद्बोधन:
मुनि श्री ने चार प्रकार के लोगों की व्याख्या की:
- शदैया – जो रोज मंदिर आते हैं लेकिन धर्म में ध्यान कम रहता है।
- कदैया – जो कभी-कभार मंदिर आते हैं और अचानक वैराग्य उपजता है।
- मरैया – जो केवल तब मंदिर जाते हैं जब उनके घर में कोई मृत्यु हो।
- भदैया – जो भादो के 10 दिन मंदिर जाते हैं।
उन्होंने कहा कि यदि आप 10 दिन अपने गुरु के निर्देशों का पालन करें, तो 11वें दिन आपकी जिंदगी बदल जाएगी। प्रवचन के दौरान उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे धर्म को केवल सुनने तक ही सीमित न रखें, बल्कि उसे अपने जीवन में लागू करें।
धर्म सभा और अन्य गतिविधियाँ:
धर्म सभा में गुरुदेव की पूजा के बाद ओजस ग्रुप के सदस्यों ने गुरुदेव की पूजा की और एक अच्छी दानराशि दी। इस अवसर पर मनीष नायक, सतीश डबडेरा, आनंद जैन, कमल अग्रवाल, अमित जैन, शिरीष अजमेरा, आलोक बंडा, प्रदीप स्टील, रितेश जैन सहित कई विशेष अतिथि उपस्थित थे। मुनि श्री निस्वार्थ सागर जी महाराज भी मंच पर विराजमान थे।
सतीश जैन ने बताया कि रविवार से शिविरार्थियों के दैनिक कार्यक्रम प्रातः 4:00 बजे से प्रारंभ होंगे, जिसमें आचार्य श्री जी की पूजन और मुनि श्री जी के प्रवचन शामिल होंगे। धर्म सभा का सफल संचालन भूपेंद्र जैन ने किया।