इंदौर, 23 दिसंबर 2024,(न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126: मध्य प्रदेश के इंदौर की पुलिस के रिकॉर्ड में 8 वर्षों से फरार महिला एक अन्य मामले में एफआईआर दर्ज कराने पुलिस के चक्कर काट रही है। दरअसल अनूप नगर में रहने वाली वसुंधरा नामक महिला वर्ष 2015 से पुलिस रिकॉर्ड में फरार है। वसुन्धरा के खिलाफ संयोगितागंज थाना पुलिस ने वर्ष 2015 में ही मारपीट, गाली गलोच और अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया था। आपको जानकर हैरानी होगी बसुन्धरा ने परिवार न्यायालय family court में जज के सामने एक महिला वकील को पीट दिया था। इस वारदात के बाद वकीलों में इतना आक्रोश था कि फैमली कोर्ट की सुरक्षा की मांग और आरोपी महिला के खिलाफ कार्यवाही को लेकर वकीलों ने स्व. अधिवक्ता अचला जोशी के नेतृत्व में प्रदर्शन भी किया था। बावजूद इसके वर्ष 2015 से लेकर 2023 तक पुलिस वसुन्धरा को गिरफ्तार करने में असफल रही। न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी ने वसुन्धरा के खिलाफ वर्ष 2023 में यह मानते हुए कि वह बीते 8 सालों में एक बार भी कोर्ट में उपस्थित नहीं हुई, उसे फरार घोषित कर दिया था और उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया था। इसका मतलब यह हुआ कि इंदौर पुलिस के रिकॉर्ड में वसुन्धरा आज भी फरार है।

अब आप इसी घटना का दूसरा पहलू देखिये :-

वर्ष 2014 में तुकोगंज थाना क्षेत्र में इसी वसुन्धरा पर आरोप लगा था कि इसने अपने नियोक्ता डॉ अर्पित चोपड़ा के साथ जमकर मारपीट की थी। डॉ चोपड़ा द्वारा उस समय दर्ज कराई गई एफआईआर के साथ सौंपे गए सीसीटीवी फुटेज में हैरान करने वाला घटना क्रम कैद था। दरअसल महज 30 मिनट में वसुंधरा ने डॉ चोपड़ा पर 70 बार हाथ-पैर, मुक्के से प्रहार किया था। इसी महिला ने डॉ चोपड़ा के खिलाफ एमआईजी पुलिस थाने में गंभीर धाराओं में प्रकरण भी दर्ज कराया था। अब आप सोच रहे होंगे कि हम आज वसुन्धरा के खिलाफ यह खोजी पड़ताल क्यों कर रहे हैं। तो दरअसल बता दें कि बीते 7-8 वर्षों से यही वसुन्धरा इंदौर के एक शख्स को लगातार ब्लैकमेल कर रही है और अब तक उससे लाखों रु वसूल कर चुकी है। और इन दिनों उसी शख्स के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कराने के प्रयास कर रही है। एक तरफ वसुन्धरा पुलिस के लिए फरार है और दूसरी तरफ वह अब भी अपना महिला होने का अनैतिक लाभ उठाकर पुलिस अधिकारियों के सामने चीख-चिल्ला कर दबाव बनाकर एफआईआर दर्ज कराने की कोशिश में है।

क्या पुलिस अधिकारियों को इसके फरार होने की नहीं है खबर

खबर लिखे जाने तक हम यह मानकर चल रहे हैं कि पुलिस अधिकारियों को वसुन्धरा नामक इस महिला के खिलाफ विभिन्न थानों में दर्ज प्रकरण की जानकारी नहीं है और न ही उन्हें वर्ष 2023 में न्यायालय द्वारा इसे फरार करार दिये जाने की भी जानकारी है।

इस मामले में संबन्धित पक्षों की प्रतिक्रिया सामने आने के बाद हम खबर अपडेट करेंगे।  

By Jitendra Singh Yadav

जितेंद्र सिंह यादव वरिष्ठ पत्रकार, आरटीआई कार्यकर्ता और राजनीतिक विश्लेषक 15+ वर्षों का पत्रकारिता अनुभव, यूनाइटेड न्यूज ऑफ इंडिया (UNI) से जुड़े। स्वतंत्र विश्लेषक, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर गहरी पकड़। Save Journalism Foundation व इंदौर वर्किंग जर्नलिस्ट्स यूनियन के संस्थापक। Indore Varta यूट्यूब चैनल और NewsO2.com से जुड़े। 📌 निष्पक्ष पत्रकारिता व सामाजिक सरोकारों के लिए समर्पित।