(डॉ. पंकज वाधवानी की कानूनी रिसर्च में हुआ खुलासा)
इंदौर। वर्ष 2024 में अपराध दर में गिरावट दर्ज की गई है, जो समाज के लिए एक सकारात्मक संकेत है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के अनुसार, प्रति एक लाख की आबादी पर अपराध दर 445.9 रही, जो वर्ष 2023 की तुलना में 0.56 प्रतिशत कम है। हाईकोर्ट के प्रतिष्ठित वकील और विधि विशेषज्ञ डॉ. पंकज वाधवानी ने एनसीआरबी के आंकड़ों का गहराई से विश्लेषण किया। उनके मुताबिक, अपराध दर में गिरावट के पीछे मुख्य रूप से पुलिस की मजबूत उपस्थिति, कानून व्यवस्था में सुधार और जनता में जागरूकता जैसी वजहें हैं।
अपराधों में चोरी सबसे आगे, लेकिन अन्य मामलों में बढ़ोतरी
डॉ. वाधवानी के अनुसार, वर्ष 2024 में चोरी के मामले सबसे ज्यादा सामने आए हैं। इसके बाद लूट और हमले के मामले हैं।
हालांकि, बलात्कार के मामलों में 1.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जबकि अपहरण और किडनैपिंग के मामलों में 5.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
यह भी देखा गया है कि शहरी क्षेत्रों में अपराध दर ग्रामीण इलाकों की तुलना में अधिक रही है, जो शहरीकरण और बढ़ती जनसंख्या का परिणाम हो सकता है।
मध्य प्रदेश की स्थिति: टॉप 10 में नहीं, उत्तर प्रदेश सबसे आगे
आंकड़ों के अनुसार, उत्तर प्रदेश अपराध दर में सबसे आगे है। इसके बाद अरुणाचल प्रदेश, झारखंड, मेघालय, दिल्ली, असम, छत्तीसगढ़, हरियाणा, उड़ीसा, और आंध्र प्रदेश का स्थान है।
मध्य प्रदेश इस सूची में टॉप 10 में शामिल नहीं है, जो राज्य के लिए एक सकारात्मक पहलू है।
ट्रेंडिंग अपराध: साइबर क्राइम और महिलाओं-बच्चों पर अत्याचार
डॉ. वाधवानी के विश्लेषण में यह भी सामने आया है कि साइबर अपराध और महिलाओं व बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं।
साइबर अपराधों में डिजिटल अरेस्ट, साइबर फ्रॉड, प्राइवेसी ब्रीच, और हैकिंग जैसी घटनाएं शामिल हैं।
इसके अलावा, महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा और यौन अपराधों में भी चिंताजनक वृद्धि देखी गई है।
लेखक डॉ. पंकज वाधवानी का परिचय
डॉ. पंकज वाधवानी न केवल एक प्रतिष्ठित हाईकोर्ट एडवोकेट हैं, बल्कि संस्था न्यायाश्रय के संस्थापक भी हैं। यह संस्था कानून के विद्यार्थियों को शिक्षित करने और समाज में कानूनी जागरूकता फैलाने का कार्य करती है। वे कानूनी शोध और समाज सुधार के क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाते हैं और कानून के छात्रों के लिए मार्गदर्शक के रूप में जाने जाते हैं।उनकी कानूनी समझ और अनुभव से कई युवा वकील प्रेरित हो रहे हैं।
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