कूरियर कंपनी अधिकारी बनकर किया संपर्क

इंदौर,04 फरवरी 2025

इंदौर के एक रिटायर्ड प्रोफेसर को ठगों ने फोन कर खुद को एक कूरियर कंपनी का अधिकारी बताया। उन्होंने दावा किया कि उनके नाम से मलेशिया भेजे गए एक पार्सल में MDMA ड्रग्स और 36 पासपोर्ट पाए गए हैं, जिसे दिल्ली एयरपोर्ट पर जब्त कर लिया गया है।

दिल्ली साइबर क्राइम अधिकारी बनकर रचा जाल

इसके बाद कॉल एक फर्जी दिल्ली साइबर क्राइम अधिकारी को ट्रांसफर कर दिया गया। ठगों ने बताया कि उनका आधार कार्ड मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े कई बैंक खातों से जुड़ा है। खुद को निर्दोष साबित करने के लिए, प्रोफेसर को बताए गए खाते में पैसे ट्रांसफर करने का निर्देश दिया गया।

33 लाख की ठगी, शिकायत पर कार्रवाई

डर और भ्रम की स्थिति में, रिटायर्ड प्रोफेसर ने अपने रिटायरमेंट फंड से 33 लाख रुपये ठगों के खाते में ट्रांसफर कर दिए। बाद में ठगी का एहसास होने पर, उन्होंने NCRP पोर्टल (1930) पर शिकायत दर्ज कराई।

क्राइम ब्रांच ने 26.45 लाख रुपये लौटाए

इंदौर क्राइम ब्रांच ने 49 बैंक खातों को फ्रीज कर 26.45 लाख रुपये रिफंड करवाए, जिससे पीड़ित अपना लीवर ट्रांसप्लांट इलाज करवा सके। शेष राशि की रिकवरी प्रक्रिया जारी है।

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है।