इंदौर: दाऊदी बोहरा समुदाय ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए ‘सेव आवर स्पैरोज़ (SOS)’ अभियान को फिर से शुरू किया है। यह अभियान 6 मार्च से 20 मार्च, विश्व गौरैया दिवस तक चलेगा। इसके तहत देशभर में 50,000 पक्षी आहार पात्र (बर्ड फीडर्स) वितरित किए जाएंगे, ताकि तेजी से घटती गौरैया की आबादी को बचाने में मदद मिल सके।
गौरैया संरक्षण में बड़ा कदम
बुरहानी फाउंडेशन और प्रोजेक्ट राइज़ के सहयोग से शुरू किए गए इस अभियान में स्कूलों, सामुदायिक केंद्रों और घरों में बर्ड फीडर्स वितरित किए जा रहे हैं। इसके माध्यम से शहरीकरण और पर्यावरणीय बदलावों के कारण प्रभावित गौरैया को पुनः सुरक्षित आवास और भोजन उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है।
तकनीक का सहयोग
अभियान की निगरानी के लिए एक डिजिटल प्लेटफॉर्म भी विकसित किया गया है, जहां गौरैया की उपस्थिति दर्ज की जा सकती है, आहार पात्रों की निगरानी की जा सकती है और संरक्षण प्रयासों की जानकारी साझा की जा सकती है।
बुरहानी फाउंडेशन का रिकॉर्ड
बुरहानी फाउंडेशन ने पहले भी इस दिशा में उल्लेखनीय काम किया है। 2011 में, इस फाउंडेशन ने 52,000 बर्ड फीडर्स वितरित कर एक विश्व रिकॉर्ड बनाया था। इस बार भी संगठन उसी जोश और संकल्प के साथ गौरैया संरक्षण के लिए काम कर रहा है।
बोहरा समाज के मीडिया प्रवक्ता मजहर हुसैन सेठजीवाला ने कहा,
बोहरा समाज ने रमज़ान के मौके पर इफ्तारी का आयोजन किया
“गौरैया हमारे पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। उनकी घटती संख्या हमें संकेत देती है कि पर्यावरण की सुरक्षा के लिए हमें तुरंत कदम उठाने होंगे।”
इंदौर के सैफी नगर में रमज़ान के आठवें रोजे पर बोहरा समाज द्वारा भव्य इफ्तार कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में मुख्य आमिल साहब जनाब शब्बीर भाई साहब हुसामी की सदारत में शहर के कई गणमान्य लोग शामिल हुए।
इफ्तार में शामिल प्रमुख हस्तियां:
मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सनवर पटेल
पार्षद अन्साफ अंसारी
वरिष्ठ पत्रकार और वकील
शिया एवं मुस्लिम समाज के प्रमुख लोग
बोहरा समाज के जनसंपर्क समिति के मीडिया प्रभारी मजहर हुसैन सेठजीवाला ने बताया कि यह आयोजन सौहार्द्र, भाईचारे और एकता का प्रतीक है।