बम के आरोपों पर यादव का पलटवार
अक्षय बम ने भाजपा से पहले ही चुनाव फिक्स कर लिया था- यादव
इंदौर
कांग्रेस से भाजापाई हो चुके अक्षय बम की सफाई के बाद कांग्रेस ने उनके आरोपों का खंडन करते हुए उन पर पलटवार किया है। इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव ने कहा कि पार्टी के द्वारा असहयोग के बम के आरोप बेबुनियाद हैं, बल्कि हर एक कार्यकर्ता समर्पित होकर प्रचार प्रसार में जुटा था । इसके विपरीत बम की तरफ से सहयोग नहीं मिल रहा था, चूंकि अब वे भाजपा में चले गए हैं तो हमारा संदेह सही निकला ये भाजपा का प्लान बी था । यादव ने आरोप लगाए कि विधान सभा चुनाव परिणाम के 15 दिन बाद बम भाजपा से चुनाव फिक्स कर चुके थे । विपक्ष को इस तरह प्रत्याशी विहीन करके जाना भाजपा की सोची समझी साजिश है।
नामांकन वापसी के दिन पसीना-पसीना हो रहे थे बम
देवेन्द्र यादव ने नामांकन वापसी 29 अप्रैल का एक प्रसंग साझा करते हुए कहा, “मैं और कांग्रेसजन अक्षय बम के साथ चोइथराम मंडी में सुबह 5:30 बजे से जनसंपर्क में थे, तब मैंने उनकी घबराहट और पसीने को देखते हुए मैंने कहा था कि तुमको पसीना क्यों निकल रहा है बहुत घबराहट में लग रहे हो, तुम कहीं आज अपना नामांकन पत्र तो वापस नहीं ले लोगे ? उसने इनकार करते हुए कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है आप मुझसे मजाक कर रहे हो क्या ।“
दिखावे का था कार्यालय !
यादव ने कहा कि उनको प्रत्याशी घोषित होने के बाद भी और मुख्य चुनाव कार्यालय श्रम शिविर में खोलने के बाद भी व्यवस्था नहीं की गई थी,नामांकन वापसी के चार-पांच दिन पहले ही वहां पर कंप्यूटर,कुर्सियों, कूलर की व्यवस्था दिखावे के लिए की रखी गई थी,जो नाम वापसी पर उसी दिन सुबह उठा ली गई।
उठे सवाल- क्या संजय शुक्ला, विशाल पटेल ईमानदार नहीं ?
वहीं इस कांड के पीछे बम के खुद को मतदाताओं के प्रति आधिक ईमानदार ठहराने की दलील पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राकेश सिंह यादव ने भाजपा और अक्षय बम से सवाल किए हैं, कि क्या संजय शुक्ला और विशाल पटेल ईमानदार नहीं है ? उल्लेखनीय है कांग्रेस से विधान सभा 2023 हारने के बाद विस क्र 1 के पूर्व विधायक संजय शुक्ला और देपालपुर से पूर्व विधायक विशाल पटेल भी शिकस्त के बाद कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
आपको बता दें कि बम ने एक प्रेस वार्ता में newso2 के प्रश्न पर कुतर्क देते हुए कहा था कि यदि मैं चुनाव के बाद कांग्रेस छोडता तो मतदाताओं से ज्यादा बेईमानी होती, इसलिए पहले छोडकर मतदाताओं को अन्य विकल्प दिये हैं।
“अक्षय बम कांग्रेस नेताओं पर असहयोग का झूठा आरोप लगा रहे हैं…मैं खुद एवं स्वयं मेरी टीम व सभी कांग्रेस जन उनके लिए 18 घंटे सक्रिय थे…रोज सुबह प्रतिदिन जनसंपर्क कर रहे थे..एक लाख गारंटी कार्ड और उनके पंपलेट घर तक पहुंचाये गये हैं । प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सभी नेताओं की बैठक ली थी…साथ ही सभी विधानसभा,वार्ड स्तर पर सम्मेलन हुए थे…सभी शहर एवं जिले के सभी बड़े से लेकर छोटे कार्यकर्ता सक्रिय थे…वह पहले से ही भाजपा से फिक्सिंग कर चुके थे…विधानसभा चुनाव के परिणाम के 15 दिन बाद उनका भाजपा से समझौता हो चुका था…अक्षय बम ने कांग्रेस पार्टी की पीठ पर छुरा घोपा है लाखों मतदाताओं और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ विश्वासघात व धोखाकर गद्दारी की है।“
-देवेन्द्र सिंह यादव
कार्यवाहक अध्यक्ष,
इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी