कॉंग्रेस द्वारा जारी पोस्टर

इंदौर/नई दिल्ली

निरवर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कांग्रेस ने 72 दिन में 272 प्रश्न पूछे हैं लेकिन मोदी ने एक का भी जवाब नहीं दिया है। मोदी और भाजपा ने पूरा चुनाव जनता का ध्यान भटकाने लड़ा लेकिन जनता के मुद्दों से उनका कोई नाता नहीं रहा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश, पवन खेड़ा और सुप्रिया श्रीनेत ने आज एक प्रेस वार्ता में मोदी को आड़े हाथों लिया।

जयराम रमेश ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान बीते 77 दिनों में कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग को 117 शिकायतें प्रस्तुत की हैं।  इन शिकायतों में आचार संहिता का उल्लंघन, प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 का उल्लंघन, सुप्रीम कोर्ट के कई निर्णयों का उल्लंघन शामिल हैं। इन 117 शिकायतों में 14 शिकायतें निरवर्तमान प्रधानमंत्री के खिलाफ हैं। 8 शिकायतें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ हैं।  3 निरवर्तमान गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ हैं । भाजपा अध्यक्ष, स्मृति ईरानी, हेमंत विसवा और अन्य के खिलाफ भी शिकायतें हैं। लेकिन निर्वाचन आयोग ने कई मामलों में शिकायतों पर कोई कार्यवाही नहीं की।

कांग्रेस के सकारात्मक प्रचार से मोदी हो गए बेपटरी

प्रेस वार्ता में कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस ने ‘न (N)’ से न्याय के आधार पर अपनी बात रखी और अपना प्रचार किया।  वहीं, नरेंद्र मोदी और भाजपा ने ‘म (M)’ से मंदिर, मस्जिद,मंगलसूत्र, मटन, मुजरा जैसे शब्दों के आधार पर अपना प्रचार किया।  इन सबके बाद अब निरवर्तमान प्रधानमंत्री मेडिटेशन (ध्यान) के लिए चले गए हैं।  जिस आदमी ने पूरे 10 साल लोगों का ध्यान भटकाया, अब वह ध्यान लगा रहे हैं।  खेड़ा ने कहा कि जब हम ‘न्याय’ की बात कर रहे थे, तो नरेंद्र मोदी टोंटी और भैंस चोरी जैसी बातें कर रहे थे। कांग्रेस के प्रचार ने नरेंद्र मोदी के प्रचार को पटरी से उतार दिया। इस चुनाव में उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं था। इसलिए वे मंदिर से मुजरा तक आ गए। राहुल गांधी की न्याय यात्रा से चुनाव पलटी खा गया।

सोशल मीडिया पर कांग्रेस को मिली लोकप्रियता- श्रीनेत

सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि सोशल मीडिया पर आप देखें तो कांग्रेस की प्रेस कोन्फ्रेंस, प्रचार, सभाओं, रैलियों को जनता का ज्यादा प्यार मिला है। हमारे नेताओं के चुनाव प्रचार को सोशल मीडिया पर काफी पसंद किया गया। इससे स्पष्ट है जनादेश हमारे साथ है।