21 दिन चुनाव प्रचार के बाद तिहाड़ जेल वापस लौट रहे केजरीवाल
इंदौर/ नई दिल्ली
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 21 दिन बाद तिहाड़ जेल वापस लौट गए हैं। जेल जाने के पहले वे महात्मा गांधी समाधि स्थल गए और उसके बाद कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर के दर्शन किए। उन्होने पार्टी कार्यकर्ताओं को भी संबोधित किया।
उल्लेखनीय है केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली थी। कोर्ट ने उन्हें 2 जून को जेल वापस आने का आदेश दिया था। कोर्ट ने कहा था कि चुनाव 5 साल में एक बार आते हैं, इस तरह जनप्रतिनिधि को प्रचार से नहीं रोक सकते।
केजरीवाल ने जेल में सरेंडर करने से पहले पार्टी कार्यालय में पार्टी के सभी जनप्रतिनिधि, कार्यकर्ता और दिल्लीवासियों के नाम संबोधन दिया। केजरीवाल ने फिर दोहराया कि उनके खिलाफ एक सबूत नहीं है। बिना सबूतों के उन्हें केंद्र सरकार ने जेल में डाला है। केजरीवाल ने सत्ता पर तानाशाही सरकार होने के आरोप लगाए। उल्लेखनीय है केजरीवाल कथित शराब नीति घोटाले में जेल में हैं। केजरीवाल ने ये भी कहा कि यदि आप बाहर खुश रहेंगे तो मैं भी अंदर खुश रहूँगा। मुझे नहीं पता अब अंदर जा रहा हूँ तो बाहर कब निकलूँगा या नहीं निकलूँगा? भगत सिंह की तरह मेरे शरीर का एक एक कतरा देश की सेवा के लिए है।
“एग्जिट पोल भाजपा का माइंड गेम है”
केजरीवाल ने एग्जिट पोल को फर्जी बताते हुए कहा कि यह भाजपा का माइंड गेम है। ये विपक्ष को हताश करना चाहते हैं लेकिन इन नतीजों से घबराना नहीं है। इंडिया गठबंधन ही जीतेगा। केजरीवाल ने कहा मतगणना के दिन बहुत सावधानी रखनी है। काउंटिंग एजेंट आखिर तक बैठे रहें। आखिर में बहुत खेल होते हैं। ईवीएम और वीवीपैट के 5 प्रतिशत पर्चियों का मिलान होता है। वीवीपैट पर्चियों की काउंटिंग होती है। यदि हार ही भी रहे हैं तो भी आखिर तक बैठे रहना है।