लोकसभा में एक दशक बाद सशक्त दिखा विपक्ष…।

राहुल गांधी के हमलों से घिरी मोदी सरकार ने लोकसभा अध्यक्ष से माँगा संरक्षण…!

कांग्रेस ने कहा भाजपा और RSS है हिंसक…!

नई दिल्ली/ इंदौर 01 जुलाई 2024

प्रति पक्ष नेता राहुल गांधी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार पर जमकर हमला बोला । इस दौरान उन्होने न केवल ताजातरीन NEET ( The National Eligibility cum Entrance Test) और NET (National Eligibility Test) परीक्षा में हुई कथित धाँधली को लेकर तीखे सवाल खड़े किए बल्कि उन्होने एक दशक पहले के भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल वाली केंद्र सरकार द्वारा लिए गए नोटबंदी, मणिपुर हिंसा,अग्निवीर, जीएसटी जैसे फैसलों को भी देश के सामान्य जनमानस पर प्रहार बताया । लगभग 1 घंटा 29 मिनट लंबे अपने भाषण में राहुल गांधी इस तरह हमलावर थे कि अपनी भद्द पिटती देख स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और अन्य सत्ता पक्ष के सदस्यों को राहुल गांधी के भाषण के बीच में ही दखल देना पड़ा । गृह मंत्री अमित शाह तो गांधी के भाषण के बीच लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला से सत्ता पक्ष का संरक्षण की मांग करते हुए नजर आए ।

आपका हिन्दू हिंसक है- राहुल

अपने भाषण की शुरुआत में संविधान की प्रति दिखाते हुए राहुल गांधी ने कहा अच्छा लग रहा है कि आज हर दो- तीन मिनट में बीजेपी संविधान-संविधान कर रही है । हमने देश के लोगों के साथ मिलकर इसकी रक्षा की है । उन्होने कहा कि पूरा विपक्ष  ‘IDEA OF INDIA’ को बचा रहा है।  गांधी यहीं नहीं रुके, इसके बाद उन्होने खुद को समग्र इंडिया गठबंधन का एक तरह से प्रतिनिधि करार देते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन के नेताओं को जेल में रखा जा रहा है। ओबीसी, एससी-एसटी का मुद्दा उठाने पर हम पर मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं । उन्होने आरोप लगाया कि उन पर भी फर्जी मुकदमे डाले गए हैं । राहुल ने कहा कि हिन्दू कभी डर नहीं फैला सकता है । उन्होने भाजपा पर धर्म की राजनीति करने, धर्म के आधार पर समुदायों को बाँट कर नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए इस दौरान भगवान शिव, गुरुनानक और ईसा मसीह के चित्रों को प्रदशित करते हुए कहा कि सभी धर्मों में सत्य और अहिंसा की बात कही गई है । उन्होने सत्ता पक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा , ‘आप हिन्दू नहीं हो सकते हैं। आपका हिन्दू हिंसक है।‘

प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल के बयान को किया ट्विस्ट

राहुल गांधी के बयान के दौरान अपने स्थान पर बैठे प्रधानमंत्री खड़े हुए और उन्होने दखल देते हुए आरोप लगाया कि राहुल गांधी समूचे हिन्दू समाज को हिंसक बता रहे हैं । इसी दौरान राहुल को उनके बयान पर माफी मांगने के लिए कहा गया । इसके बाद गांधी ने अपना भाषण आगे बढ़ाते हुए यह कहकर और हँगामा मचा दिया किया कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ समूचा हिन्दू समाज नहीं है। उन्होने स्पष्ट किया कि वे केवल भाजपा और आरएसएस को हिंसक बता रहे हैं। बावजूद इसके सदन के भीतर और बाहर पूरी भाजपा राहुल गांधी के बयान को समूचे हिन्दू वर्ग से जोड़कर पेश करती रही । सदन के बाहर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, किरण रिजिजू और अन्य नेताओं ने राहुल के बयान का गलत अर्थ पेश करते हुए उन्हें घेरने की कोशिश की ।

टीवी चैनलों पर भी कांग्रेस प्रवक्ताओं ने बीजेपी को जमकर धोया

राहुल गांधी के बयान को ट्विस्ट किए जाने के साथ ही पहले तो ब्रेकिंग और FLASH न्यूज़ चलती रही। कई टीवी चैनलों ने राहुल के बयान के एक हिस्से को दिखाकर यह दावा किया कि राहुल ने समूचे हिन्दू वर्ग को हिंसक बताया है । उधर कांग्रेस द्वारा इस संबंध में सदन के बाहर कोई भी अधिकारिक प्रेस वार्ता की जानकारी न्यूज़ओ2 के सामने नहीं आई है। टीवी डिबेट में शामिल हुए कांग्रेस प्रवक्ता इस बयान को छोड़ भाजपा के शासन में हुए अनेक मानव अधिकारों के उल्लंघन, मणिपुर हिंसा, राम मंदिर उदघाटन को बीजेपी का इवेंट जैसे अनेक विषयों को उठाकर भाजपा को घेरते हुए नजर आए।

आरएसएस (संघ) भी उतरा बचाव में

पिछले एक दशक की राजनीति पर गौर करें तो यह साफ है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पूरी तरह मोदी पर ही केन्द्रित रही। मसलन मीडिया बाइट हो, या किसी भी मंत्रालय से जुड़ा कोई भी आयोजन, हर जगह मोदी ही नजर आते थे । मोदी की छवि चमकाते टीवी चैनलों पर कांग्रेस और विपक्ष के नेताओं पर भाजपा प्रवक्ता हमलावर दिखाई देते थे, इस दौरान संघ के कथित प्रचारक, विचारक और चिंतक नदारद ही रहे। लेकिन आज जब सदन में राहुल गांधी ने संघ पर सीधे तौर पर हिंसक होने का या ये कहें हिंसक विचार धारा को फैलाने का आरोप लगाया, उसके बाद कथित तौर पर संघ के प्रतिनिधि भी न्यूज चैनलों पर अपना बचाव करते हुए दिखाई दिये । कई संघ और भाजपा प्रवक्ताओं ने अपने बचाव में 49 साल पुराने आपात काल को ढाल बनाते पेश किया ।

अयोध्या शिकस्त पर जब राहुल ने भाजपा का कान मरोड़ा

राहुल गांधी ने भाषण के दौरान अपने पास बैठे अयोध्या से नव निर्वाचित सपा सांसद अवधेश प्रताप सिंह की ओर इशारा करते हुए कहा कि जब मैंने अवधेश जी से पूछा कि आपको कब पता चला कि आप जीत रहे हैं तो अवधेश जी ने कहा कि हमें तो शुरू से ही मालूम था। इसके बाद गांधी ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि अयोध्या ने आपको मैसेज दिया है कि नफरत की राजनीति अब नहीं चलेगी। गांधी ने इस दौरान यूपी और केंद्र की भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने अयोध्या में विकास कार्यों के लिए जिन लोगों की जमीन, मकान और छोटी छोटी दुकानें छीनी हैं, उन्हें मुआवजा तक नहीं दिया है। राहुल ने कहा कि अयोध्या में हुए भव्य मंदिर उध्गाटन से भी स्थानीय वासियों को दूर रखा गया। हालांकि भाजपा प्रवक्ताओं ने दावा किया कि अयोध्या मंदिर निर्माण से जुड़े लोगों का स्वयं पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वागत किया था। आपको बता दें कि यहाँ भी राहुल के आरोपों में स्थानीय अयोध्या निवासियों की बात कही थी लेकिन भाजपा प्रवक्ताओं ने मंदिर निर्माण से जुड़े लोगों के पीएम मोदी द्वारा स्वागत किए जाने के फुटेज दिखाकर भ्रामक तरीके से काउंटर किया है।

विपक्ष के इन सांसदों से भी मोदी सरकार की सांसें फूलीं

पीएम मोदी 2.0 में सांसद से निलंबित की गई टीएमसी की तेज तर्रार नेता महुआ मोइत्रा ने भी सरकार को आड़े हाथों लिया। बंगाल के कृष्ण नगर से सांसद मोईत्रा ने  रेल हादसों, मणिपुर हिंसा जैसे अनेक मुद्दों पर सरकार की तीखी आलोचन की। मोईत्रा ने मोदी सरकार की समझ पर प्रहार करते हुए कहा कि देश की तमाम यात्री रेलों को सुरक्षा प्रदान करने में सक्षम कवच योजना  में लाये जाने के लिए महज दो लाख 68 हजार करोड़ रु का खर्च अनुमानित है जबकि यह सरकार बॉम्बे से अहमदाबाद के लिए 2 लाख 8 हजार करोड़ रु की बुलेट ट्रेन चला रही है। महुआ के भाषण शुरू करने से पहले ही पीएम मोदी उठ खड़े होकर सदन के बाहर चल दिये। महुआ ने इस दौरान उन्हें रोका भी लेकिन वे नहीं रुके, इतना ही नहीं नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी उठ कर बाहर चले गए। महुआ ने दोनों नेताओं की गैर मौजूदगी को भी बयां किया ।

सपा प्रमुख और उत्तर प्रदेश के कन्नोज से सांसद अखिलेश यादव ने भी मोदी सरकार को पाक अधिकृत कश्मीर और शहीदों की सहादत पर सरकार को आईना दिखाया। उन्होने जम्मू कश्मीर में कथित शांति के दावों पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर में हुए हालिया आतंकी हमलों में कई नागरिकों को हम खो चुके हैं।

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है।