इंदौर, 31 जुलाई

तीन बार स्थगित करनी पड़ी सदन की कार्यवाही

मोदी-मोदी के नारे लगे

इंदौर नगर निगम के बजट पेश होने के दूसरे दिन बजट पर चर्चा हंगामे की भेंट चढ़ गई और बजट बिना चर्चा हुए ध्वनिमत से सभापति ने पारित करवा दिया। आज बुधवार को सुबह 11 बजे बजट पर चर्चा शुरू हुई लेकिन चर्चा के पहले प्रश्न सत्र शुरू हुआ, जिसमें सभापति मुन्नालाल यादव द्वारा मात्र 6 प्रश्न लेने को लेकर विपक्ष ने सदन में हंगामा किया। विपक्ष के हंगामे पर सभापति ने कहा कि उन्हीं प्रश्नों को शामिल किया गया है जो समय सीमा में लगाए गए हैं । महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भी नियमों का हवाला देते हुए विपक्ष के पार्षदों से कहा कि प्रश्न 10 दिन पहले लगाने होते हैं। महापौर ने ये भी कहा सदन नेता प्रतिपक्ष का अधिक होता है। महापौर ने तंज़ मारते हुए कहा कि लेकिन ये (विपक्ष) निगम की गतिविधियों, क्रियान्वयन पर आम दिनों में कुछ नहीं बोलते सदन में इनका वक्ता जाग जाता है। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के पार्षद जय सियाराम और मोदी मोदी के नारे लगाने लगे। इसके बाद विपक्ष की नेता पार्षद फ़ौजिया शेख सभापति की आसंदी के पास उनके सवालों को पूछे जाने का अवसर का आग्रह करने पहुंची। विपक्ष के अन्य पार्षद भी आग्रह करने पहुंचे तो सत्ता पक्ष के भी पार्षद आसंदी के पास पहुँच गए और हँगामा होने लगा जिस पर सभापति ने 5 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।

सदन शुरू होने पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा विपक्ष ने कल श्रद्धांजलि में भी विरोध किया। विपक्ष खेद व्यक्त करें फिर सार्थक चर्चा शुरुआत करें, जिस पर नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने महापौर को चुनौती देते हुए कहा फुटेज दिखाकर सिद्ध करो कि उन्होने विरोध किया। इसके बाद विपक्ष के सभी पार्षद पोडियम के पास बैठकर माफ़ी मांगों के नारे लगाने लगे। बढ़ता हँगामा देख फिर सदन की बैठक 10 मिनट के लिए स्थगित की गई। इसके बाद दोपहर 12:38 पर सदन की कार्यवाही एक बार फिर शुरू हुई। कार्यवाही शुरू होते ही सत्ता पक्ष के पार्षदों ने विपक्ष से माफ़ी मांगों, माफी मांगो के नारे लगाये। सभापति ने फिर 5 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित की। इस बीच नेता प्रति पक्ष चिंटू चौकसे ने सभापति से आग्रह किया कि कल जब उन्होने कार्यवाही बाधित की तो उन्हें निलंबित किया इसी तरह आज सत्ता पक्ष के पार्षद सदन नहीं चलने दे रहे हैं तो उन्हें भी सदन से बाहर किया जाए। इस बीच सभापति ने फिर से 5 मिनट के लिए सदन की बैठक स्थगित कर दी।

5 मिनट बाद बैठक फिर शुरू हुई तो सभापति मुन्ना लाल यादव ने नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे को बजट पर अपनी बात रखने अवसर दिया तो भाजपा के पार्षद फिर …’माफ़ी मांगो—माफी मांगो’ के नारे लगाने लगे। जिस पर सभापति ने कहा कि उन्होने सदन चलाने का प्रयास किया है लेकिन लगता नहीं है कि सदन चल पाएगी इसलिए सदन ध्वनि मत से पारित किया जाता है। इस तरह बजट बिना चर्चा के सदन में ध्वनिमत से पारित हो गया।

सभापति की आसंदी के पास दोनों दल के पार्षद

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है।