06 अगस्त 2024
वर्तमान केंद्रीय कृषि मंत्री और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मप्र के ही मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह ने हमला बोला है। दिग्गी राजा ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को ये पलटवार पत्र लिख कर किया है। वर्तमान राज्य सभा सांसद दिग्विजय सिंह ने शिवराज सिंह चौहान के द्वारा सदन में बीती 2 अगस्त को दिये गए भाषण पर अपना पक्ष रखा है। उन्होने पत्र में लिखा कि शिवराज जी, राज्य सभा में आपने अपने भाषण में मुझ पर ये आरोप लगाया था कि मेरे मुख्यमंत्री कार्यकाल में मैंने सिंचाई को तरजीह नहीं दी और मेरे समय में केवल 7.5 लाख हेक्टेयर भूमि सिंचित थी, जो आपने बढ़ाकर 20 साल में 40 लाख हेक्टेयर के ऊपर की है। सिंह ने मप्र के सिंचाई विभाग की एक रिपोर्ट, पत्र के साथ लगाकर दावा किया है कि इस रिपोर्ट के अनुसार ही अविभाजित मप्र की वर्ष 1997-98 की 33.11 लाख हेक्टेयर भूमि नहरों के माध्यम से सिंचित हो गई थी, ऐसे में यदि उद्वान सिंचाई योजना भी जोड़ें तो वर्ष 2003 तक लगभग 57.84 लाख हेक्टेयर भूमि सिंचित दायरे में आ गई थी। इसी पत्र में दिग्विजय सिंह ने ये भी दावा किया कि वे नदी इंटर लिंकिंग के कभी भी पक्ष में नहीं रहे हैं। दिग्विजय सिंह ने मुताबिक नदी इंटर लिंकिग न केवल महंगा है बल्कि ये अव्यवहारिक भी है।
दिग्विजय सिंह ने यहाँ कमलनाथ के नेतृत्व वाली कॉंग्रेस सरकार का भी बचाव किया है। दिग्विजय ने दावा किया कि तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने 2020 में विधान सभा में एक जवाब देकर स्पष्ट किया था कि 27 लाख किसानों का 11646.98 करोड़ रूपये कर्जा माफ किया है। उन्होने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान पर तंज़ कसते हुए लिखा है कि कमलनाथ सरकार के कार्यकाल के दौरान आम किसानों के साथ साथ शिवराज सिंह चौहान के भाई और कृषक रोहित सिंह तथा निरंजन सिंह (चचेरे भाई) का भी कर्जा माफ हुआ है। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीती 2 अगस्त को राज्य सभा में दिये अपने बयान में मप्र के मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के ऊपर कथित तौर पर कई संगीन आरोप लगाए हैं। दिग्विजय सिंह के इस पत्र से सियासत एक बार फिर गरमा गई है।