सतीश जैन, इंदौर

10 अगस्त 2024

छत्रपति नगर के दलाल बाग में मुनि श्री विनम्र सागर जी महाराज ने अपने दीक्षा दिवस पर कहा कि आज नेमिनाथ भगवान का जन्म और तप कल्याण दिवस है। उन्होंने बताया कि 2004 में तिलवारा घाट पर 25 ब्रह्मचारी भाइयों को आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के करकमलों से दीक्षा प्राप्त हुई थी। चार वर्षों के अथक प्रयास और शिक्षा के बाद, मुनि श्री ने आचार्य श्री की दीक्षा को गंभीरता से समझा और अनुभव किया कि दीक्षा के विभिन्न मायने हैं, जैसे द्रव्य दीक्षा, क्षेत्र दीक्षा, काल दीक्षा, और भाव दीक्षा।

मुनि श्री ने कहा कि दीक्षा के बाद गुरु के प्रति भावनाओं को समझना आवश्यक है। गुरु के जाने के बाद अब वे दीक्षा दिवस की बजाय गुरु दक्षिणा दिवस मनाएंगे, जो कि 18 फरवरी को होगा। मुनि श्री ने बताया कि आचार्य श्री की इच्छा संस्कृति और आत्मा के उत्थान की थी और साधना केवल आचार्यों के साथ रहकर ही होती है।

दिगंबर जैन समाज के सामाजिक संसद प्रचार प्रमुख सतीश जैन ने बताया कि प्रातःकाल सभी कार्यक्रम श्री आदिनाथ जिनालय छत्रपति नगर में हुए। दोपहर में दलाल बाग में ‘वीरोदय भारत’ कार्यक्रम के अंतर्गत सैनिकों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि परमवीर चक्र विजेता श्री योगेंद्र सिंह जी यादव थे। रात्रि में भक्ति और देशभक्ति के नाम पर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम श्री निलेश जी बुरहार द्वारा प्रस्तुत किया गया।

11 अगस्त को सुबह 8:30 बजे आचार्य श्री जी की पूजा के बाद प्रवचन होंगे, और दोपहर में सैनिक सम्मान समारोह का द्वितीय सत्र होगा। इस अवसर पर मनोज बाकलीवाल, मनीष नायक, सतीश डबडेरा, विशाल जैन, शिल्पी जैन, विपुल बांझल, सतीश जैन, आनंद जैन, राकेश सिंघई, प्रदीप जैन, आलोक बंडा, रितेश जैन और कैलाशचंद जैन नेताजी विशेष रूप से उपस्थित थे। धर्म सभा का संचालन भूपेंद्र जैन ने किया।