इंदौर,28 नवंबर 2024 (न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126:  जहां पूरी दुनिया वैश्विक तापमान में वृद्धि को लेकर चिंतित है और इसे नियंत्रित करने के उपायों पर विचार कर रही है, वहीं IIT इंदौर से एक राहत देने वाली खबर सामने आई है। इंदौर के IIT के भौतिकी विभाग के प्रोफेसर राजेश कुमार के नेतृत्व में एक शोध दल ने एक ऐसे लचीले चश्मे का प्रोटोटाइप विकसित किया है, जो गर्मी को ब्लॉक करने और आंखों को ठंडा रखने में सक्षम है। खास बात यह है कि इस टीम में 50 प्रतिशत महिला वैज्ञानिक हैं। ये अभिनव चश्मे इलेक्ट्रोक्रोमिक कलर मॉड्यूलेशन की प्रक्रिया का उपयोग करते हैं, जिससे एक छोटे से विद्युत धारा के प्रभाव से इसकी गर्मी को अवरुद्ध करने की क्षमता समायोजित की जा सकती है। इस तकनीक की मदद से चश्मे को सक्रिय रूप से गर्मी को फिल्टर किया जा सकता है और यह प्रक्रिया केवल एक सेकंड में बदल सकती है, जो इसे अपने प्रकार का सबसे तेज़ बनाता है।

15% तक गर्मी को ब्लॉक करने में सक्षम

चश्मे की संरचना में टंग्सटेन चैल्कोज़ेनाइड और ऑक्साइड जैसे विशेष सामग्रियों का मिश्रण है, जिसे इलेक्ट्रोक्रोमिक सक्रिय सामग्रियों के साथ जोड़ा गया है। इस संयोजन से यह डिवाइस जब सक्रिय होता है तो 15% तक गर्मी को ब्लॉक करने में सक्षम होता है, जिससे चश्मे के दोनों किनारों के तापमान में 6°C का अंतर होता है। यह न केवल ठंडक प्रदान करता है, बल्कि पहनने वाले के आराम को भी बढ़ाता है। चश्मे का लेंस नीले और मैजेंटा रंग के बीच बदलता है, जो इसके सक्रिय गर्मी-फिल्टरिंग स्थिति को स्पष्ट रूप से दर्शाता है।

60% तक ऑप्टिकल मोडुलेशन

गर्मी को ब्लॉक करने के अलावा, चश्मे में 60% तक के ऑप्टिकल मोडुलेशन का स्तर भी है, जो प्रकाश को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह प्रोटोटाइप लचीला है, और इसे मोड़ा या घुमाया जा सकता है, जिससे यह विभिन्न व्यावहारिक स्थितियों के लिए उपयुक्त बनता है, जहां गर्मी को अलग करना आवश्यक होता है।

प्रोफेसर राजेश ने कहा, “यह तकनीक उन लोगों के लिए अत्यधिक उपयोगी साबित होगी जो अत्यधिक गर्मी वाली परिस्थितियों में काम करते हैं, खासकर हमारी सेना और रेगिस्तानी क्षेत्रों में काम करने वाले व्यक्तियों के लिए। थोड़े से डिज़ाइन बदलाव से इस तकनीक का उपयोग 3D सिनेमा देखने के चश्मे बनाने के लिए भी किया जा सकता है।”

नवाचार: IIT इंदौर के प्रोफेसर राजेश कुमार के नेतृत्व में शोधकर्ताओं ने एक लचीले चश्मे का प्रोटोटाइप विकसित किया है, जो गर्मी को ब्लॉक करता है और आंखों को ठंडा रखता है।

तकनीक: यह चश्मा इलेक्ट्रोक्रोमिक कलर मॉड्यूलेशन का उपयोग करता है, जिससे विद्युत धारा के प्रभाव से इसकी गर्मी अवरुद्ध करने की क्षमता बदलती है।

गर्मी को ब्लॉक करने की क्षमता: चश्मा 15% तक गर्मी को ब्लॉक करता है और चश्मे के दोनों किनारों के तापमान में 6°C का अंतर होता है।

लचीला डिजाइन: यह चश्मा मोड़ा या घुमाया जा सकता है, जो इसे विभिन्न व्यावसायिक स्थितियों में उपयोगी बनाता है।

ऑप्टिकल मोडुलेशन: चश्मे में 60% तक के ऑप्टिकल मोडुलेशन का स्तर है, जो प्रकाश को नियंत्रित करता है।

उपयोग: यह तकनीक सेना और रेगिस्तानी क्षेत्रों में काम करने वाले व्यक्तियों के लिए बहुत उपयोगी साबित होगी। इसके अलावा, इसे 3D सिनेमा देखने के चश्मे में भी बदला जा सकता है।

महिला वैज्ञानिकों का योगदान: शोध टीम में 50% महिला वैज्ञानिकों का योगदान था, जिनमें भूमिका साहू, अंजली घांघस, निकिता, डॉ. समेरा इवतुरी, डॉ. सुचिता कांडपाल शामिल हैं।

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है। 

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