इंदौर, 03 दिसंबर 2024,(न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126: आपको वह अल्पसंख्यक नवयुवक चूड़ीवाला याद है जिसे 2021 में इंदौर की बाणगंगा पुलिस ने एक नाबालिग के साथ छेड़ छाड़, pocso एक्ट सहित 9 गंभीर धाराओं में गिरफ्तार किया था। तस्लीम नामक इस युवक ने लगभग 5 माह जेल में कैद ( न्यायायिक अभिरक्षा) रहकर गुजारे थे। इससे पहले तस्लीम को बाणगंगा थाना क्षेत्र में एक मोहल्ले में भीड़ ने बेरहमी से पीटा था। उसके पास मौजूद नगदी और थैली भर चूड़ियों को भी छीन लिया गया था। उस पर आरोप था कि उसने मुस्लिम होते हुए हिन्दू नाम धारण कर एक बहुसंख्यक घर की बेटी को चूड़ी बेंचने की जुर्रत की थी। उस पर कथित अपराध तो यह भी लगा था कि उसने मौका पाकर बेटी का गलत नीयत से हाथ पकड़ लिया था।
हालांकि शुरू से ही इस पूरे प्रकरण में अल्प संख्यक समाज के प्रति बहु संख्यक समाज के एक कट्टर तबके के द्वारा किसी पूर्वागृह या एजेंडे के तहत साजिश रचने की गंध भी आ रही थी। यही वजह है कि शुरुआत से ही पुलिसिया कार्यवाही कई तकनीकी खामियों से भरी पड़ी थी। इंदौर ही नहीं देश और दुनिया की मीडिया ने तस्लीम को एक तरह से दोषी ही करार दे दिया था।
हालांकि तस्लीम की ओर से भी सेंट्रल कोतवाली थाने में एक प्रकरण दर्ज करवाया गया था। इस प्रकरण को दर्ज करवाने में उस वक्त के सक्रिय अल्प संख्यक एक्टिविस्टो, कानून के जानकारों और नेताओं की भूमिका पर भी संदेह से भरी तोहमतें लगाई गई थी। 22 अगस्त 2021 का वो दिन उत्तर प्रदेश के रहने वाले तस्लीम की अग्निपरीक्षा वाला दिन था। आज तस्लीम की बात इसलिए क्योंकि न्यायालय ने उसे बाइज्जत बरी कर दिया है। अदालत से न्याय मिलने के बाद तस्लीम ने जो कहा उस पर भी गौर किया जाना चाहिए।
मध्य प्रदेश कॉंग्रेस कमेटी अल्प संख्यक विभाग के अध्यक्ष और अधिवक्ता शेख अलीम के अनुसार तस्लीम ने कहा, वह अब इस मामले को आगे बढ़ाना नहीं चाहता है। इंदौर से वो मोहब्बत करता है। 22 अगस्त 2021 को उसके साथ जो भी हुआ वह महज गलतफहमियों की उपज थी। वह भविष्य में भी इंदौर आता रहेगा। उसे किसी से कोई शिकवा- शिकायत नहीं है।
इसके बाद माना जा रहा है कि तस्लीम की ओर से कोतवाली थाने में दर्ज प्रकरण भी भविष्य में समझौते की भेंट चढ़ सकता है।