मुनि श्री विनम्र सागर ने प्रवचन में दी पाप और धर्म की सीख
इंदौर, 25 जनवरी 2025,(न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126: कालानी नगर स्थित त्रिमूर्ति जैन मंदिर में पूज्य मुनि श्री विनम्र सागर जी महाराज ने अपने प्रवचन की शुरुआत जेल में लिखी पंक्तियों से की: तुझे तेरी मस्ती कहां लेकर आ गई, जहां तेरा अपने सिवा कोई नहीं। मुनिवर ने बताया कि जबलपुर प्रवास के दौरान एक जैन थाना प्रभारी ने उन्हें जेल में ले जाया। वहां उन्होंने देखा कि कई सम्मानित लोग गलती के कारण जेल में बंद हैं। कुछ नवयुवक रेसर बाइक से एक्सीडेंट करने के कारण वहां पहुंचे थे। उन्होंने कहा, “यदि बच्चों को जीवन की सच्चाई से रूबरू कराना है तो एक बार उन्हें जेल और अस्पताल लेकर जाएं। कैदियों और रोगियों से मिलने पर उन्हें अपनी गलतियों का एहसास होगा।”
मुनि श्री ने कहा कि 6 से 20 वर्ष की उम्र में बच्चों को यह समझना चाहिए कि पैसा कितनी मेहनत से कमाया जाता है। गलत कार्यों का अंजाम जेल या अस्पताल होता है, जिसके लिए व्यक्ति स्वयं जिम्मेदार होता है। उन्होंने कहा, “पाप करने वाला कोई और होता है, लेकिन उसका दंश पूरे परिवार को झेलना पड़ता है। एक व्यक्ति का अपराध पूरे परिवार को प्रताड़ित करता है।”
धर्म और कर्म की बात
मुनिवर ने कहा, “हम यह नहीं मानते कि हम बंदर की संतान हैं। हमारे पूर्वज जैन कुल के अनुयायी रहे होंगे। मनुष्य अपने कर्मों के अनुसार चार गतियों में से एक में जाता है। गुरु ही अच्छे व्यक्ति बना सकते हैं, लेकिन आज बच्चों को गुरुओं के पास भेजा नहीं जाता। साधनों की बढ़ती संख्या से समस्याएं भी बढ़ गई हैं।”
उन्होंने कहा, “जन्म के समय पैसा खर्च करने से बचने वाले लोग मृत्यु के समय व्यसनों के कारण बड़ी राशि खर्च कर देते हैं। दुनिया में न कोई बीमार हो और न हॉस्पिटल जाने की जरूरत पड़े, इसके लिए भोजन और पानी बदलना आवश्यक है। हॉस्पिटल के बजाय मंदिर बनाएं, जहां दया और क्षमा का उपदेश दिया जाए।”
गणतंत्र दिवस पर झंडा वंदन का आयोजन
इस अवसर पर मनीष नायक, सचिन जैन, राकेश सिंघई, सतीश जैन, प्रदीप बल्ला समेत बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे। दिगंबर जैन समाज सामाजिक संसद के प्रचार प्रमुख सतीश जैन ने बताया कि रविवार, 26 जनवरी को प्रातः त्रिमूर्ति जैन मंदिर में गणतंत्र दिवस के अवसर पर झंडा वंदन और मुनि संघ के प्रवचन होंगे।