इंदौर, 8 फरवरी 2025 (NEWSO2)

इंदौर, 8 फरवरी 2025: इंदौर जिले के ग्राम बरलई में महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए महिला औद्योगिक पार्क स्थापित करने की मांग लगातार उठ रही है। इस संबंध में एम.पी.आई.डी.सी. (मध्यप्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन) के कार्यकारी संचालक राजेश राठौड़ ने NEWS02 की एडिटर नेहा जैन से बातचीत करते हुए कहा, बरलई की जमीन विभाग के पास रिजर्व है और इसे औद्योगिक विकास के लिए रखा गया है।

श्री राठौड़ ने यह भी बताया कि महिला उद्यमियों के लिए एक क्लस्टर बनाने का प्रस्ताव मिला है, जिस पर विचार किया जा रहा है। यह बयान उन चर्चाओं के बीच आया है, जिनमें बरलई की 82.78 एकड़ जमीन को प्रदेश के प्रथम महिला डेडिकेटेड औद्योगिक पार्क के रूप में विकसित करने की मांग की जा रही है। यदि यह प्रस्ताव मंजूर होता है, तो यह मध्य प्रदेश का पहला महिला-समर्पित औद्योगिक पार्क होगा, जो राज्य में महिला उद्यमिता को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकता है।

महिला औद्योगिक पार्क पर क्यों हो रही है चर्चा?

प्रदेश सरकार ने वर्ष 2025 को उद्योग एवं रोजगार वर्ष के रूप में घोषित किया है। ऐसे में, 24-25 फरवरी को भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में यदि इस पार्क की घोषणा होती है, तो यह महिला उद्यमियों के लिए एक ऐतिहासिक निर्णय होगा।

पूर्व में सेवानिवृत्त सहायक संचालक (उद्योग) सतीश मोरे ने मुख्यमंत्री MOHAN YADAV मोहन यादव, प्रमुख सचिव RAGHVENDRA SINGH राघवेंद्र सिंह, एम.पी.आई.डी.सी. के प्रबंध संचालक CHANDRAMOLI SHUKLA चंद्रमोली शुक्ला एवं कार्यकारी संचालक RAJESH RATHORE राजेश राठौड़ को पत्र लिखकर इस मांग को सरकार के समक्ष रखा था।

क्या होंगे इस पार्क के फायदे?

✔ यह मध्य प्रदेश का पहला महिला डेडिकेटेड उद्यमी पार्क होगा, जहां महिलाओं के लिए विशेष औद्योगिक सुविधाएं होंगी।
✔ इंदौर, उज्जैन और देवास जिलों की महिला उद्यमियों को एक विशेष औद्योगिक क्षेत्र मिलेगा।
✔ महिलाओं को अपने स्टार्टअप और छोटे उद्योगों को बढ़ाने के लिए बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
✔ PLUG & PLAY मॉडल से उद्योग स्थापित करने में आसानी होगी।
✔ उद्योगों में हर्बल उत्पाद, रेडीमेड गारमेंट्स, फूड प्रोसेसिंग, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, बेकरी, हेल्थ एंड वैलनेस प्रोडक्ट्स आदि शामिल होंगे।

महिला उद्यमिता को मिलेगा बढ़ावा

यह पार्क महिलाओं के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया पहला औद्योगिक क्षेत्र होगा, जिससे न केवल स्वरोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि महिलाओं के लिए एक सुरक्षित और सुविधाजनक औद्योगिक वातावरण भी विकसित होगा। यदि इसे सरकार की मंजूरी मिलती है, तो यह कदम मध्य प्रदेश को महिला औद्योगिक विकास में अग्रणी राज्य बना सकता है।

सरकार से क्या है उम्मीद?

चूंकि सरकार महिला सशक्तिकरण और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए लगातार कदम उठा रही है, इसलिए बरलई में महिला औद्योगिक पार्क की स्थापना से राज्य की महिला उद्यमिता को नया आयाम मिल सकता है। अब यह देखना होगा कि सरकार इस पर क्या निर्णय लेती है और ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में इसे कितनी प्राथमिकता दी जाती है।

(रिपोर्ट: NEWSO2/इंदौर वार्ता)

By Jitendra Singh Yadav

जितेंद्र सिंह यादव वरिष्ठ पत्रकार, आरटीआई कार्यकर्ता और राजनीतिक विश्लेषक 15+ वर्षों का पत्रकारिता अनुभव, यूनाइटेड न्यूज ऑफ इंडिया (UNI) से जुड़े। स्वतंत्र विश्लेषक, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर गहरी पकड़। Save Journalism Foundation व इंदौर वर्किंग जर्नलिस्ट्स यूनियन के संस्थापक। Indore Varta यूट्यूब चैनल और NewsO2.com से जुड़े। 📌 निष्पक्ष पत्रकारिता व सामाजिक सरोकारों के लिए समर्पित।