वर्ष 2025 की सीनियर अधिवक्ताओं ने नए अधिवक्ताओं का स्वागत कर की शुरुआत
इंदौर, 09 जनवरी 2025,(न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126: आमतौर पर लॉ ग्रेजुएट विधि स्नातक होने के बाद नए अधिवक्ताओं में कोर्ट के भीतर कामकाज को लेकर कोतूहल और असहजता होती है। लेकिन इंदौर के जिला कोर्ट में अधिवक्ता नरेंद्र जैन की एक पहल ने नए अधिवक्ताओं को न केवल आत्मविश्वास से भर दिया है बल्कि कार्य स्थल पर सकारात्मक वातावरण, सीनियर वकीलों का सहयोग जैसा मंच प्रदान किया है।
दरअसल यह वाक्या है 6 जनवरी 2025 का जब कोर्ट के अवकाश के बाद एक तरह से अधिवक्ता नए वर्ष की शुरुआत करने जा रहे थे, इसी दौरान एतिहासिक रूप से 200 से अधिक नए एडवोकेट्स का एक गरिमामयी समारोह में स्वागत किया गया। न्याय और निष्पक्षता का प्रतीक neck band पहनाकर नए अधिवक्ताओं को वकालत के गुर भी बताए गए और उन्हें अपनी जिम्मेदारियों का एहसास भी कराया गया। समारोह के दौरान सीनियर और जूनियर अधिवक्ताओं के बीच संवाद भी हुआ, और हर्ष उल्लास के माहौल में सबने एक साथ स्नेह भोज भी किया।
समारोह की खास बात रही कि नए पुरुष अधिवक्ताओं के साथ नई महिला अधिवक्ताओं ने भी यहाँ शिरकत की। इस दौरान महिला अधिवक्ताओं ने वकील बनने की अपनी यात्रा, प्रेरणा, की जानकारी भी न्यूज ओ2 से भी साझा की।
पहली बार एक साथ इतने अधिवक्ताओं का नेक बैंड पहनाकर हुआ स्वागत
अधिवक्ता जय हार्डिया ने बताया कि दरअसल बार काउंसिल में रजिस्ट्रेशन फीस को लेकर कोर्ट में याचिका लंबित थी, जिसकी वजह से बीते 10 महीने से किसी को सनद ही नहीं दी गई थी। कोर्ट में मामले का निपटारा होने के बाद आल इंडिया बार काउंसिल की परीक्षा पास करने के बाद बीती दिसंबर में प्रदेश में एक साथ 9500 नए अधिवक्ताओं को सनद दी गई। इसी क्रम में 200 से अधिक नए अधिवक्ताओं का इंदौर जिला कोर्ट में बैंड सेरेमनी कर स्वागत किया गया।
क्यों पहना जाता है नैक बैंड
अधिवक्ता अमित जैन ने बताया सफ़ेद नैक बैंड को कोर्ट में पहनना अनिवार्य होता है, इसे पहले बिना आपको जिरह करने की अनुमति नहीं दी जाती है। यह बैंड सीनियर वकीलों द्वारा अपने जूनियर या यूं कहें, कानून की दुनिया में कदम रखने वाले नए वकीलों को पहनाया जाता है। इस बात का विशेष ध्यान रहे नेक बैंड को कोर्ट के अलावा कहीं और नहीं पहना जा सकता है।