ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) ने हिंदी को किसी भी रूप में थोपे जाने का कड़ा विरोध किया है। पूर्व मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता डी. जयकुमार ने रविवार (16 फरवरी 2025) को कहा कि तमिलनाडु के छात्रों को राजनीतिक खेल का शिकार बनाया जा रहा है।
जयकुमार ने स्पष्ट किया कि अगर हिंदी को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के माध्यम से थोपा जाता है, तो AIADMK इसका कड़ा विरोध करेगा। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर पार्टी महासचिव एडप्पादी पलानीस्वामी सबसे प्रखर आवाज उठाएंगे।
उन्होंने केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि तमिलनाडु की दो-भाषा नीति को कोई भी नहीं बदल सकता। छात्रों के भविष्य को राजनीति की भेंट नहीं चढ़ाया जाना चाहिए। जयकुमार ने यह भी मांग की कि तमिलनाडु के छात्रों के लिए आवंटित फंड को किसी भी कारण से रोका न जाए और तुरंत जारी किया जाए।
उन्होंने याद दिलाया कि जब राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू हुई थी, तब तत्कालीन मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने अगस्त 2020 में घोषणा की थी कि राज्य में दो-भाषा नीति ही लागू रहेगी। अगस्त 2024 में भी पलानीस्वामी ने केंद्र सरकार द्वारा तमिलनाडु को शिक्षा कार्यक्रमों के लिए मिलने वाले फंड को लेकर विरोध दर्ज कराया था।
जयकुमार ने AIADMK को “मूल द्रविड़ आंदोलन” बताते हुए कहा कि पार्टी हमेशा दो-भाषा नीति का समर्थन करती रही है। उन्होंने डीएमके और मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वे राजनीतिक मंच से हिंदी का विरोध करने का दिखावा कर रहे हैं, जबकि उनके परिवार द्वारा संचालित स्कूलों में हिंदी पढ़ाई जाती है।
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