‘बम कांड’ के बाद थम नहीं रहीं अक्षय की मुश्किलें, अब परिवाद दायर
बम पर कार्यकर्ताओं और जनता को धोखा देने, सुनियोजित साजिश के आरोप
इंदौर
कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन वापस लेकर भाजपा में शामिल अक्षय बम की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। इधर इंदौर की एक अदालत ने एक 17 साल पुराने मामले में बम के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है तो उधर कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बम के खिलाफ परिवाद दाखिल किया है ।
मप्र कांग्रेस के मीडिया सलाहकार के के मिश्रा ने बम के खिलाफ जिला कोर्ट में परिवाद लगाया है। मिश्रा ने बम पर सुनियोजित छल, कपट, साजिश और धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं। मिश्रा ने आरोप लगाते हुए newso2 को बताया कि बम खुद टिकट मांगने आए थे, फार्म वापस लेने से बम को आर्थिक और राजनीतिक फायदा पहुंचा है। दूसरी तरफ अक्षय बम के इस कृत्य से कांग्रेस पार्टी और इंदौर की जनता की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पंजे पर वोट देने से वंचित कर दिया है, जिससे वे आहत हैं । मिश्रा ने बताया कि इसके पहले 3 मई को उन्होने पंढरीनाथ थाने में शिकायत की गई थी लेकिन वहाँ कोई सुनवाई नहीं हुई लिहाजा परिवाद दाखिल किया है। आगामी सुनवाई 19 जून को है।