संस्कृति की अभिव्यक्ति है मातृ भाषाएँ: योगेश शर्मा
इंदौर के माई मंगेशकर हाल में आयोजित भारतीय भाषा पर्व में विद्या भारती के मालवा प्रांत के संगठन मंत्री योगेश शर्मा ने कहा, “भाषा अनेक हैं, पर भाव एक है; प्रदेश अनेक हैं, पर देश एक है।” उन्होंने मातृ भाषाओं को संस्कृति की अभिव्यक्ति बताते हुए कहा कि ये भाषाएँ समाज की एकता और अखंडता का प्रतीक हैं
भारतीय भाषा पर्व में 18 भाषाओं का प्रतिनिधित्व
मुख्य अतिथि इंदौर के संभागायुक्त दीपक सिंह ने कहा, “इतनी भाषाओं के समाज का प्रतिनिधित्व देखकर एक नया उत्साह पैदा हो रहा है। मातृ भाषा हमारी पहचान है, जिसे संरक्षित करना और डिजिटल माध्यम से आगे पहुँचाना हमारा कर्तव्य है।”
सांस्कृतिक कार्यक्रम और साहित्यिक प्रस्तुति
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक डॉ. मुकेश मोड़ की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में 18 भाषाओं का प्रतिनिधित्व किया गया। विभिन्न भाषाओं के साहित्य और पारंपरिक वेशभूषा में सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं।
भारतीय भाषा संवर्धन समिति का सराहनीय प्रयास
कार्यक्रम का आयोजन भारतीय भाषा संवर्धन समिति द्वारा किया गया था। संयोजक रवींद्र देशपांडे ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह आयोजन भाषाओं और संस्कृतियों को जोड़ने का प्रयास है।
मुख्य अतिथि और विशिष्ट जनों की उपस्थिति
कार्यक्रम में विशेष अतिथि डॉ. हेडगेवार समिति के अध्यक्ष ईश्वर हिंदुजा, अभय सिंह राठौड़, और अश्विन खरे सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन राष्ट्र गान के साथ हुआ।