इंदौर, 13 सितंबर 2024 (न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126। मध्य प्रदेश के इंदौर के लसुडिया थाना लसूड़िया थाना क्षेत्र में एक चार्टर्ड अकाउंटेंट को बंधक बनाकर डराने, धमकाने और मारपीट का मामला सामने आया है। सीए एसोसिएशन के हस्तक्षेप के बाद पुलिस द्वारा फरियादी सीए निशित की एफआरआर दर्ज की गई है।
शुक्रवार की रात इंदौर पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि फरियादी सीए निशित नाहर ने बताया कि 11 सितंबर 2024 को KAMCO CHEW FOOD PVT LTD कंपनी के मालिक संजय जेसवानी ने उन्हें अपने घर बुलाकर करोड़ों के गबन का झूठा आरोप लगाया। जब निशित और उनके साथी रोहित नागवंशी ने इस आरोप से इनकार किया, तो संजय जेसवानी और उनके गार्ड जय माथे ने उनके साथ मारपीट की और उन्हें जबरदस्ती बंधक बना लिया। आरोपियों ने उन्हें कंप्यूटर से कंपनी की अकाउंट डिटेल्स निकालने और सरकारी गवाह बनने के लिए मजबूर किया। इस दौरान, फरियादी और उनके साथी को 11 सितंबर 2024 से 12 सितंबर 2024 तक बंधक बनाकर रखा गया, मारपीट की गई, और जान से मारने की धमकी दी गई।
फरियादी की रिपोर्ट के आधार पर लसूड़िया थाने में आरोपी संजय जेसवानी और जय माथे के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 127(2), 115(2), 351(2), 3(5) के तहत मारपीट और जबरदस्ती बंधक बनाने का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस द्वारा मामले की गहन विवेचना की जा रही है।
एफआईआर दर्ज के पहले जो हुआ, वह भी जानिए:-
सीए निशित नाहर को कन्फेक्शनरी मालिक द्वारा बंधक बनाए जाने पर निशित के परिवार ने पुलिस की शरण ली। विजय नगर पुलिस ने निशित को कारोबारी के चंगुल से छुड़ा तो लिया लेकिन आरोपी कारोबारी पर कार्यवाही करने के बजाय निशित को ही पूरी रात थाने पर बैठाकर रखा। घटनाक्रम की जानकारी जब टैक्स प्रैक्टिशनर एसोसिएशन को लगी तब उन्होंने विजय नगर थाना पुलिस की इस करतूत के खिलाफ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को आपत्ति दर्ज कराई है। इसके बावजूद भी विजय नगर पुलिस ने कार्यवाही नहीं की। बल्कि तर्क दिया कि घटनास्थल बसंत विहार उनके क्षेत्राधिकार में नहीं आता है। ऐसे में सवाल उठता है कि यदि विजय नगर पुलिस के क्षेत्राधिकार में वारदात स्थल नहीं आता है तो उन्होने वहाँ पहुँच कर निशित को बंधन मुक्त क्यों कराया और उसके बाद रात भर किस संदेह में थाने में बैठाकर रखा ?
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