Students protest against congress
VIRAL VIDEO : दिल्ली में छात्र कर रहे विरोध प्रदर्शन लेकिन नहीं पता क्यों और किन मुद्दों पर कर रहे हैं प्रदर्शन
चिंता: न ही हिन्दी और न ही अँग्रेजी पढ़ पा रहे हैं
दिल्ली में गलगोटिया यूनिवर्सिटी के छात्र अर्बन मैक्सवेल ‘’URBAN Maxwell’’ के खिलाफ कर रहे विरोध प्रदर्शन लेकिन उन्हें नहीं पता क्यों कर रहे विरोध ?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें छात्रों का एक समूह कांग्रेस का विरोध करते हुए मार्च कर रहा है। उनके हाथों में तख्तियाँ हैं जिसमें ‘ इन्हेरिटेन्स टैक्स ‘ का विरोध है। आश्चर्य और चिंता की बात ये है कि इन छात्रों को ये भी नहीं पता है कि वे विरोध क्यों और किसका कर रहे हैं। इससे ज्यादा चिंतनीय यह है कि गलगोटिया यूनिवर्सिटी के बताए जा रहे ये छात्र तख्तियों (play cards) में हिन्दी और अँग्रेजी में लिखे स्लोगन (slogan) ठीक से नहीं पढ़ पा रहे हैं। आज तक न्यूज चैनल के रिपोर्टर आशुतोष मिश्रा द्वारा जब इन छात्रों से प्रोटेस्ट का उद्देश्य और तख्तियों पर लिखे नारे के बारे में पूछा जा रहा है तो वे कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पा रहे हैं। छात्रों का एक सुर में यही जवाब है कि वे विकसित भारत चाहते हैं, इसलिए कांग्रेस और राहुल गांधी का विरोध कर रहे हैं क्योंकि उन्होने 70 साल में अपने वादे नहीं निभाए। जबकि छात्रों के हाथ में जो तख्तियाँ थीं वे साफ दर्शा रही थीं कि यह विरोध सैम पित्रोदा द्वारा दिये गए इन्हेरिटेन्स टैक्स के बयान पर गांधी परिवार को घेरने के लिए है। ये वीडियो 1 मई का बताया जा रहा है जब ये छात्र ग्रेटर नोयडा की एक यूनिवर्सिटी से दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय की ओर मार्च कर जा रहे हैं।
आइये जानते हैं रिपोर्टर आशुतोष के सवाल पर स्टूडेंट्स ने क्या जवाब दिया-
हम youth हैं, हम विकसित भारत चाहते हैं। मुद्दा यही है कि पिछली सरकारों ने किस तरह लूटा ? जब रिपोर्टर उनसे wealth distribution के नारे के बारे में पूछते हैं तो कहते हैं और किसी से पूछिए।
एक अन्य तख्ती पर लिखा है, ‘70 साल में न जल न बत्ती, अब छीनेंगे आधी संपत्ति’ जब रिपोर्टर पूछता है किसकी संपत्ति छीनेंगे तो कोई जवाब नहीं मिलता है ? इसी तरह एक तख्ती पर अर्बन नक्सल, मंगल सूत्र लिखा होता है, जिसे छात्र अर्बन मैक्सवेल पढ़ता है। यहाँ तक कि एक लड़की कि तख्ती पर वल्चर लिखा होता है, जिसे वह वेदर पढ़ रही होती है। एक तख्ती पर नजर न गढ़ाओ लिखा है, जिसे छात्र गढ़ाओ को जाड़ो पढ़ रहा है।
सोशल मीडिया पर जब यह वीडियो अपलोड हुआ तो नेटिजन्स (netizen) के मजे लेते हुए तरह तरह के कमेंट्स आ रहे हैं।
दिल्ली के शिक्षाविद आनंद प्रकाश वीडियो ट्वीट करते हुए लिखते हैं, ‘सिर्फ भक्ति (अंधभक्ति) नहीं ज्ञान भी जरूरी है। तुलसी के राम को ज्ञानी भक्त अधिक प्रिय है।‘
Fighter _4_Humanity के आधिकारिक हैंडल ने गलगोटिया यूनिवर्सिटी में भाजपा नेता संबित पात्र का फोटो पोस्ट करते हुए लिखा है, ‘जिस यूनिवर्सिटी में संबित पात्रा जैसे लोगों को गेस्ट स्पीकर के तौर पर बुलाया जाता हो, उनके बच्चों की बौद्धिक क्षमता कितनी ही होगी आप समझ सकते हैं??’
प्रोटेस्ट कर रहे स्टूडेंट्स द्वारा की गई फजीहत के बाद ट्विटर पर #GalgotiaUniversityStaff ट्रेंड कर रहा है ।