बम कांड के बाद इंदौर के मतदाताओं में निराशा का भाव

इंदौर

देश के विभिन्न हिस्सों में दो चरणों में हुए लोकसभा में मतदान प्रतिशत कम होने को लेकर चुनाव आयोग की चिंता बढ़ी है। इसी क्रम में देश में स्वच्छता का 7 बार तमगा हासिल करने वाली माता अहिल्या की नगरी में अक्षय ‘बम कांड’ के बाद लोक सभा चुनाव की दिशा बदल गई है। यहाँ चुनाव पहले भी भाजपा के हक़ में ज्यादा था, लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय बम जिस तरह से कांग्रेस को प्रत्याशी विहीन करके भाजपा का दामन थाम लिए हैं, उससे इंदौर के मतदाताओं में निराशा का भाव है। पूर्व लोक सभा स्पीकर सुमित्रा महाजन सेफ सीट इंदौर पर इस फेर बदल पर चिंता भी जाहिर कर चुकी हैं।

इसी क्रम में बम की सफाई के लिए इंदौर भाजपा कार्यालय पर रविवार को आयोजित प्रेस वार्ता में जब भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से उनके नेतृत्व में शत प्रतिशत मतदान करवाकर इंदौर को देश में अव्वल लाने के प्रश्न पर विजयवर्गीय ने कहा कि हम अधिकतम मतदान करवाने का प्रयास कर रहे हैं। हमारे कार्यकर्ताओं का बड़ा नेटवर्क है। हम हर विधान सभा में बैठकें ले रहे हैं। मीडिया के माध्यम से जनता से भी अपील करते हैं, आपका वोट मोदी जी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए डालना जरूरी है। जब चुनावी मौसम विशेषज्ञ विजयवर्गीय से ये पूछा गया कि वर्तमान परिस्थितियों में इंदौर को कितने मतों से विजयी बनाएँगे ? इस सवाल पर विजयवर्गीय ने कोई जवाब नहीं दिया। प्रेस वार्ता में खुद के पास खासे जनाधार होने का दावा करने वाले अक्षय कान्ति बम से जब पूछा गया कि आप भाजपा को कितने मतों से जितवाएंगे, इस पर बम भी अनुसना कर इधर उधर बगलें झाँकने लगे ।

दरअसल इंदौर में प्रत्याशी विहीन कांग्रेस नोटा को समर्थन देकर प्रचार कर रही है।  इस पर भी विजयवर्गीय बोले कि कांग्रेस नोटा का प्रचार कर नकारात्मकता फैला रही है। जबकि मैदान में अन्य 14 प्रत्याशी हैं, किसी का भी चयन किया जा सकता है।