इंदौर, 24 सितंबर 2024 (न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126।
कांग्रेस के बाद भाजपा के लिए मुश्किलें अब किसान मजदूर महासंघ खड़ी करने जा रहा है , दरअसल आज अराजनैतिक किसान संगठन किसान मजदूर महासंघ ने इंदौर में एक प्रेस वार्ता कर बड़ा एलान किया है।
संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव कुमार कक्का ने प्रेस वार्ता कर कहा, किसान मजदूर महासंघ पिछले दो महीनों से सोयाबीन और अन्य किसान उत्पादों के दाम बढ़ाए जाने के लिए प्रदेश भर में आंदोलन कर रहा है। इसी क्रम में बीती 23 सितंबर को खरगोन में कक्का की अगुआई में एक बड़ी किसान महासभा का आयोजन किया गया और अब कल 25 सितंबर को खंडवा में एक किसान महासभा का आयोजन हो रहा है। इस आयोजन के मुख्य अतिथि के रूप में शिव कुमार शामिल होंगे। कक्का ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी और अन्य केंद्रीय मंत्रियों के द्वारा चुनावी भाषणों के दौरान किसानों से वादा किया था कि किसानों को हर फसल की लागत का डेढ़ गुना मूल्य दिया जाएगा। लेकिन सरकार अपने वादों से मुकरती हुई दिख रही है। यही कारण है कि हमारे संगठन द्वारा संपूर्ण मध्य प्रदेश और देश में किसान आंदोलन तेज किया जा रहा है ।
किसान मजदूर महासंघ के मीडिया प्रभारी व प्रवक्ता आशीष भैरम ने बताया कि आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए 2 अक्टूबर 2024 को मध्य प्रदेश के सभी जिला और तहसील केंद्रों पर एक दिन का धरना प्रदर्शन कर संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन दिया जाएगा।
मुख्य मांगें:
- सी2 + 50 का कानून बने और किसानों के उत्पादों की बिक्री की गारंटी सरकार दे।
- सोयाबीन का एमएसपी 6000 से 7000 रुपये, कपास का 12000 से 14000 रुपये, और मक्का का 3000 से 3500 रुपये प्रति कुंतल किया जाए। लाल मिर्च को मसाले का दर्जा दिया जाए।
- अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों को तुरंत मुआवजा दिया जाए।
- भूमि अधिग्रहण कानून में सुधार हो और कृषि भूमि का अधिग्रहण न किया जाए। यदि किया जाता है तो बाजार मूल्य का 10 गुना मुआवजा दिया जाए।
- भारत सरकार डब्ल्यूटीओ से बाहर आए और मुक्त व्यापार समझौता रद्द किया जाए।
- अतिरिक्त उत्पादों का निर्यात हो और भारत में अनाज आयात बंद हो।
- कृषि विद्युत कनेक्शन पर सब्सिडी बहाल की जाए।
- दिल्ली आंदोलन में बनीं पांच मांगों को तुरंत पूरा किया जाए।