इंदौर, 22 मार्च 2025 : पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता रवि शंकर प्रसाद आज इंदौर पहुंचे। यहाँ उन्होने समाज के प्रबुद्ध जनों से ब्रिलिएंट कन्वेन्शन सेंटर में बजट पर चर्चा की और उसके बाद मीडिया से मुखातिब हुए और प्रेस वार्ता को संबोधित किया।

भारत की आर्थिक स्थिरता पर जोर

पूर्व कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने मीडिया को संबोधित करते हुए दावा किया , दुनिया में जो इकोनोमिक टर्बुलेंस हैं, उन सबों के बीच भारत स्थायित्व का केंद्र है। प्रसाद ने दावा किया कि इंटरनेशनल रिपोर्ट मेन आईएमएफ़, वर्ल्ड बैंक, डिलाओइट सभी कह रहे हैं भारत की अर्थव्यवस्था 5-7 प्रतिशत बढ़ेगी 2024-25 में। भारत पूरी दुनिया में इकोनोमिक स्टेबिलिटी का प्रमुख केंद्र बन रहा है । इस बार के बजट में toy इंडस्ट्री, फुटवेयर इंडस्ट्री। किसानों के लिए , दाल उत्पादन के लिए, 100 इंसपिरेशनल जिलों में खेती को विशेष प्रोत्साहन दिया गया है। एमएसएमई के लिए विशेष प्रावधान इस बात में हैं। उन्होने जानकारी देते हुए कहा देश में 36करोड़ एमएसएमई है, 1 करोड़ रजिस्टर्ड है, उन्हें विशेष योजना इस बजट में आई हैं।

राहुल गांधी पर टिप्पणी ट्यूटर बदलने की जरूरत
राहुल गांधी के “मेरिट” संबंधी बयान पर टिप्पणी करते हुए प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी खुद किस योग्यता के आधार पर विपक्ष के नेता बने हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी होम वर्क नहीं करते और उन्हें देश के बारे में सही जानकारी देने वाले ट्यूटर को बदलने की जरूरत है। या फिर वे मायोवादी के प्रभाव में हैं ?

मीडिया ने ये सवाल पूछे, जिनमें कुछ का जवाब पूर्व मंत्री रवि शंकर प्र्साद ने दिया, कुछ का स्पष्ट जवाब नहीं दिया और कुछ का जवाब ही नहीं दिया। : –

सवाल- बजट में रोजगार सृजन के लिए कितने अवसरों का लक्ष्य है ? बजट में 120 एयर पोर्ट्स की बात की गई है, जिसमें मध्य प्रदेश के हिस्से में क्या आएगा? हाल ही दिल्ली में एक जज के घर से कथित रूप से करोड़ों का कैश मिलने के आरोप लगे हैं। पिछले 5 साल में 1500 से ज्यादा ज्यूडिशियरी के खिलाफ शिकायतें सामने आई हैं ?ज्यूडिशियरी में व्याप्त भ्रष्टाचार पर क्या कहेंगे?

जवाब- देश यह अपेक्षा करता है कि जजेज़ का व्यक्तित्व उनकी ईमानदारी और उनकी पारदर्शिता इस पर देश विश्वास करे। न्यायपालिका की इंडेपेंडेंस का हम पूरा सम्मान करते हैं। निहित प्रक्रिया जिसके अंतर्गत सुप्रीम कोर्ट देख रहा है, उस पर छोड़ देना चाहिए। उनके निर्णय की प्रतीक्षा की जानी चाहिए। प्रसाद ने रोजगार सृजन और मप्र में एयरपोर्ट के सवालों का जवाब नहीं दिया।

सवाल- ज्यूड़ीशियरी के प्रति विश्वास कायम करने के लिए एक सिस्टम डेवेलप करने की आवश्यकता है?

जवाब- हम ज्यूडिशियरी की निष्पक्षता और ईमानदारी दोनों के बहुत बड़े समर्थक हैं। इंडेपेंडेंस ऑफ ज्यूडिशियरी देश के लिए महत्वपूर्ण है। उच्चतम न्यायालय इस दिशा में विचार कर रहा है। नेशनल ज्यूडिशियल कमीशन लेकर आए थे जब हम कानून मंत्री थे। अब सुप्रीम कोर्ट ने तोड़ दिया। लेकिन शायद कहीं न कहीं ज्यूड़ीशियल अकाउंटेबिलिटी के बारे में विचार करना चाहिए।

सवाल- बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर सवाल उठ रहे हैं ? आरजेडी आरोप लगा रही है ?

जवाब- बिहार में अराजकता थी, नितीश कुमार ने अच्छा काम किया। बिहार में काम हो रहा है। मेट्रो आ रहा है। बिहार में पूंजी निवेश हो रहा है। लालू बोलते हैं तो बोलने दीजिये, हमें कुछ नहीं कहना।

सवाल- इंदौर में पहली बार बिहार दिवस मनाया जा रहा है, इसे बिहार चुनाव से जोड़ कर देखें ?

जवाब- पहली बार मन रहा है तो इसमें क्या गलत है, मनने दीजिये।

सवाल- आपकी सरकार में बीएसएनएल को 4 जी, 5 जी नहीं दिया गया। बीएसएनएल को मजबूती नहीं मिली?

जवाब- मेरे समय में बीएसएनएल बीटा प्रॉफ़िट हुआ था। 4 जी की तैयारी भी हो रही है। मैंने बार बार कहा है बीएसएनएल भारत के लिए जरूरी है। हम उसको ठीक करेंगे।

सवाल- बिहार विधान सभा चुनाव में नितीश कुमार के संग भाजपा का गठबंधन और सीट शेयरिंग होगी ?

जवाब- नितीश कुमार के साथ हमारा रिश्ता नया नहीं है। 96 में एनडीए में आए थे जब अटल जी प्रधानमंत्री बने थे। 2005 में जब लालू की हार हुई, उनकी सीटें हमसे कम थी समता पार्टी में, फिर भी हमने उनको मुख्यमंत्री बनाया। नितीश कुमार व्यक्तिगत रूप से ईमानदार नेता हैं। वे 4 बार कह चुके हैं मोदी जी के साथ रहूँगा।

सवाल- राजनीति के मुद्दे तय कर रही हैं फिल्में कौनसी बनाएँ ?

जवाब- महात्मा गांधी पर सही पिक्चर क्यों नहीं बनना चाहिए। छावा में संभा जी से जो क्रूरता की गई। फिल्में एक बहुत बड़ा माध्यम हैं, लोगों को मालूम पड़ता है सही क्या है।

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है।