कलेक्टर, कमिश्नर ने सपत्नीक की पूजा  

इंदौर, 07 सितंबर 2024

विघ्नहर्ता गणेश चतुर्थी महोत्सव की, धूमधाम से पूरे देश में शुरुआत हो चुकी है। मप्र के इंदौर के ख्यात खजराना गणेश मंदिर में हर साल की तरह इस वर्ष भी गणेश चतुर्थी के अवसर पर विशेष पूजा का आयोजन किया गया, जिसमें भगवान गणेश को सवा लाख लड्डुओं का भोग अर्पित किया गया। परंपरा अनुसार इस अवसर पर कलेक्टर, संभागआयुक्त ने मंदिर में सपत्नीक पुजा-अर्चना की। इस दौरान इंदौर निगम कमिश्नर और पुलिस कमिश्नर सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

कलेक्टर आशीष सिंह ने इस दौरान मंदिर के विस्तार की योजनाओं की भी जानकारी दी, जिससे आने वाले समय में भक्तों को और सुविधाएं मिल सकेंगी। कलेक्टर ने मीडिया को मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के बारे में भी जानकारी दी। उन्होने बताया मेट्रो अलाइनमेंट पर शासन द्वारा निर्णय लिया जाना जारी है।

उल्लेखनीय है कि प्रतिवर्ष अनुसार 7 सितम्बर से 17 सितम्‍बर तक गणेश उत्सव पूरे उत्सवी माहौल में मनाया जायेगा। मथुरा (वृन्दावन) की आदर्श बाल कृष्णा रामलीला मंडली द्वारा 10 दिवस तक श्री गणेश लीला का मंचन प्रवचन हॉल में किया जायेगा। गणेश उत्सव के तहत पूरे दस दिन तक भगवान श्री गणेश को विभिन्न प्रकार के लड्डूओं का भोग लगाया जायेगा।

10 दिनों में ये होंगे कार्यक्रम

प्रतिदिन प्रात: 8:30 बजे एवं शाम 8 सायं आरती का आयोजन होगा। 9 सितम्बर को अन्नक्षेत्र के आजीवन सदस्यों एवं दानदाताओं का सम्मान समारोह आयोजित होगा। 14 सितम्बर को अन्तर विद्यालय के धार्मिक नृत्य एवं नाटक की प्रतियोगिता का आयोजन होगा। 17 सितम्बर को अनंत चतुर्दशी पर श्री गणपति मंदिर प्रबंध समिति द्वारा चल समारोह हेतु निर्मित झाँकी व खजराना श्री गणेश भगवान के शहर भ्रमण के लिए प्रस्थान करेगी। दर्शन हेतु प्रवेश मार्ग सिद्धीविनायक गणेश पुरी होते हुए मंदिर परिसर में प्रवेश तथा दर्शन पश्चात कालका माता मंदिर होते हुए रिंग रोड पर निकासी निर्धारित की गई है। साथ ही रिंग रोड चौराहा से कालका माता मंदिर तथा गणेश पुरी से सिद्धीविनायक रिंग रोड तक निर्धारित रहेगा। उक्त मार्गों में पर्याप्त विद्युत व्यवस्था एवं साज-सज्जा रहेगी।

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है।