इंदौर, 11 जनवरी 2025,(न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126:  सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाला आरोपी क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में आ गया है। आरोपी ने मध्यप्रदेश ग्रामीण एवं महिला बाल विकास विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर 128 बेरोजगार युवाओं से ठगी करना स्वीकार किया है।

क्या है मामला?

आरोपी अनिल पिता रामसिंह रसेनिया (उम्र 40 वर्ष) निवासी शालीमार पाम, बिचौली मर्दाना, इंदौर ने ग्रामीण एवं महिला बाल विकास विभाग में प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर, कंप्यूटर ऑपरेटर और कम्युनिटी मोबिलाइजर के पदों पर नियुक्ति दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की।

आरोपी के बैंक खाते: आरोपी के पांच बैंक खाते मिले हैं, जिनमें से दो खातों में करीब 1.70 करोड़ रुपये के लेनदेन की जानकारी मिली है। अन्य खातों की जांच जारी है।

फर्जी ट्रेनिंग का आयोजन: आरोपी ने कनाडिया क्षेत्र के एचआर रिजॉर्ट में ठगे गए बेरोजगार युवाओं के लिए फर्जी ट्रेनिंग का आयोजन भी किया था।

फर्जी मार्कशीट बनाना स्वीकार: पूछताछ में आरोपी ने फर्जी पीजीडीसीए और कंप्यूटर डिप्लोमा की मार्कशीट बनाने का अपराध भी स्वीकार किया है।

कैसे हुआ खुलासा?

क्राइम ब्रांच इंदौर को शिकायतकर्ता से प्राप्त आवेदन के आधार पर जांच शुरू की गई। शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपी ने महिला एवं बाल विकास विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे लेकर फर्जी नियुक्ति पत्र जारी किए। जांच में पता चला कि आरोपी फरियादी को लंबे समय से टालमटोल कर रहा था। पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि आरोपी के खिलाफ पहले खरगोन जिले के बलवाड़ा थाने में हत्या का मामला दर्ज हो चुका है।

आगे की कार्रवाई:

आरोपी के खिलाफ अपराध धारा 318(4), 319(2), 336(3), 338, 340(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर थाना अपराध शाखा इंदौर द्वारा अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है। 

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