इंदौर, 31 जनवरी 2025,(न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126:  शहर की ऐतिहासिक धरोहर लालबाग पैलेस के संरक्षण और जीर्णोद्धार किया जाना है। इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर द आर्ट्स (IGNCA) और मध्यप्रदेश सरकार के संयुक्त प्रयास से 5 करोड़ रुपये की लागत से यह कार्य तीन वर्षों तक चलेगा, जिसमें पैलेस के ऐतिहासिक महत्व को सहेजते हुए उसकी भव्यता को पुनर्स्थापित किया जाएगा। सांसद शंकर लालवानी की तरफ़ से जारी विज्ञप्ति में कार्यक्रम, आयोजन की जानकारी दी गई।

इस कार्यक्रम में सांसद शंकर लालवानी ने जीर्णोद्धार कार्य का निरीक्षण किया और कहा,

“लालबाग पैलेस के इतिहास में पहली बार इतनी व्यापक स्तर पर संरक्षण, रखरखाव और जीर्णोद्धार का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य के लिए मैं केंद्र और राज्य सरकार का धन्यवाद करता हूं। यह माता अहिल्या के 300वें वर्ष में इंदौर की ऐतिहासिक विरासत को संरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”

संरक्षण का महत्व और उद्देश्य
सांसद लालवानी ने आगे कहा कि इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य 19वीं और 20वीं शताब्दी की इस ऐतिहासिक इमारत को क्षरण से बचाना और इसके पुरातात्विक महत्व को बरकरार रखना है। IGNCA के संरक्षण विशेषज्ञों की टीम रिसर्च आधारित कार्य प्रणाली के तहत इस महल के पुनरुद्धार में लगी हुई है।”संरक्षण का अर्थ सिर्फ इमारत को मरम्मत करना नहीं होता, बल्कि इसके ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और कलात्मक महत्व को उसी रूप में बनाए रखना होता है। लालबाग पैलेस इंदौर की शान है, और इसे भविष्य की पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है।

संरक्षण कार्य में अपनाई जा रही तकनीकें

प्रयोगशाला और शोध केंद्र की स्थापना
इस महल के विभिन्न हिस्सों की संरचनात्मक मजबूती, कलात्मक कृतियों और अंदरूनी सजावट को सहेजने के लिए एक विशेष प्रयोगशाला स्थापित की गई है। इसमें विशेषज्ञ लगातार शोध कर रहे हैं और संरक्षण तकनीकों का प्रयोग कर रहे हैं।

दुर्लभ पेंटिंग और सजावटी कृतियों का पुनरुद्धार
अब तक 15 ऐतिहासिक पेंटिंग सहेजी जा चुकी हैं। 24 सुनहरे पैनल जो समय के साथ खराब हो गए थे, उन्हें बहाल किया गया है। दुर्लभ ग्लास पेंटिंग, जो पूरी तरह मुड़ चुकी थी, उसे रिस्टोर किया गया है।

ऐतिहासिक कालीनों की सफाई और मरम्मत
लालबाग पैलेस में रखे गए ऐतिहासिक कार्पेट्स की गहरी सफाई की गई, जिससे करीब डेढ़ क्विंटल धूल निकली। इस कार्य में ऐसे कारीगरों की मदद ली गई जो पिछले 5 पीढ़ियों से कालीन बनाने और उनकी मरम्मत करने के पारंपरिक तरीके जानते हैं ।

लालबाग पैलेस के बाहरी क्षेत्र के लिए बनेगा मास्टर प्लान
सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि अभी लालबाग पैलेस के अंदरूनी हिस्सों का संरक्षण कार्य जारी है। इसके बाद बाहरी क्षेत्र के लिए भी मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है, जिससे पूरे परिसर का समग्र विकास किया जा सके।

“यह केवल पहला चरण है। भविष्य में लालबाग पैलेस को और अधिक भव्य बनाने के लिए मास्टर प्लान पर भी काम किया जाएगा, ताकि यह इंदौर के सांस्कृतिक पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक ले जाए,” उन्होंने कहा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ऐतिहासिक धरोहरों का संरक्षण
सांसद लालवानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में हो रहे ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा,

” प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देशभर में धरोहरों को पुनर्जीवित करने का कार्य किया जा रहा है। लालबाग पैलेस का संरक्षण भी उसी दिशा में उठाया गया एक बड़ा कदम है, जिससे हमारी ऐतिहासिक विरासत आने वाली पीढ़ियों तक सुरक्षित रह सकेगी।”

जनता से सुझाव और अपेक्षाएं साझा करने की अपील
सांसद लालवानी ने इंदौरवासियों से संरक्षण कार्य को और बेहतर बनाने के लिए सुझाव और अपेक्षाएं साझा करने की अपील की। उन्होंने कहा कि लालबाग पैलेस सिर्फ इंदौर का नहीं, बल्कि पूरे देश की ऐतिहासिक धरोहर है, इसलिए इसके संरक्षण में जनभागीदारी भी महत्वपूर्ण है।

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है। 

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