इंदौर, 24 जून 2024

इंदौर में स्टेट प्रेस क्लब द्वारा आयोजित तीन दिवसीय भारतीय पत्रकारिता महोत्सव’ का समापन रविवार को हुआ। इस दौरान देश की अर्थव्यवस्था और कर्ज़ा विषय पर चर्चा, फील्ड रिपोर्टिंग, मोबाइल जर्नलिज़्म, टीवी एंकरिंग पर मास्टर क्लास,मानव अधिकार और मीडिया विषय पर चर्चा, थिएटर जैसे प्रासंगिक विषयों पर विचार-मंथन हुआ जिसमें देश के वरिष्ठ अनुभवी पत्रकारों और विशेषज्ञों ने शिरकत की। इस दौरान स्थानीय और राज्य स्तरीय पत्रकारों का सम्मान भी किया गया।

समापन के दिन वरिष्ठ पत्रकार विजय मनोहर तिवारी ने फील्ड रिपोर्टिंग की मास्टर क्लास में घटनाओं को पत्रकार के नजरिए से देखना बताया। उन्होने कहा वे दुनिया को देखने और समझने की पत्रकारिता फील्ड में आए हैं। फक्कड़ होकर दुनिया समझने का मजा कुछ और ही है। तिवारी ने कहा यदि पत्रकारिता के पेशे से प्यार है तो खबरों की दुनिया बसंती दिखने लगती है। पत्रकार की भाषा पर पकड़ जरूरी है।  मानव अधिकार विषय पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सीमा अलावा ने अपने विचार रखे। इस अवसर पर कबीना मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, तुलसी सिलावट और जिला कलेक्टर आशीष सिंह ने भी कार्यक्रम में शिरकत की । मंत्री विजयवर्गीय ने जहां फेक न्यूज , सोशल मीडिया के बीच खबरों की विश्वसनीयता को चुनौती बताया तो वहीं कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा की पत्रकार कठिन और विपरीत परिस्थितियों में खबर करते हैं, जो चुनौतीपूर्ण है।

दूसरे दिन डीआरडीओ निदेशक सुनील प्रभाकर ने आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के फायदे और नुकसान बताए। तो इसी विषय पर वरिष्ठ पत्रकार ज्योति मिश्रा ने बताया कि किस तरह धीमे धीमे एआई ने मानव जीवन में प्रवेश कर लिया है। एआई का नौकरियों पर खतरा तो मंडरा ही रहा है, बेहतर है, इसे सीख लिया जाये। टीवी जर्नलिज़्म की क्लास में वरिष्ठ टीवी एंकर ने बताया कि किस तरह आईना में देखकर बोलने की प्रैक्टिस करें। भाषा और  उच्चारण अच्छा हो। सबसे जरूरी बात एक से अधिक अखबार को रोज पढे, खबरों से अपडेट रहें ताकि एंकरिंग के समय आपके पास बोलने को बहुत कुछ और विपरीत परिस्थिति में भी आप अपने ज्ञान कौशल से डिबेट और अन्य कार्यक्रमों पर अपना होल्ड बना कर रख सकें। उन्होने न्यूज रूम की बारीकयों से भी अवगत कराया।

कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत स्टेट प्रेस क्लब के अध्यक्ष प्रवीण कुमार खारीवाल ने किया। कार्यक्रम का संचालन आलोक वाजपेयी ने किया और आभार नवनीत शुक्ला ने माना।