इंदौर, 21 जनवरी 2025,(न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126:  हर मंगलवार की तरह आज भी इंदौर कलेक्टोरेट में जनसुनवाई आयोजित की गई, जहां न्याय और मदद की उम्मीद लिए सैकड़ों आवेदक पहुंचे। इनमें सीनियर सिटीज़न्स की संख्या अधिक रही। ज्यादातर मामले घर पर कब्जे, माता-पिता भरण-पोषण, आर्थिक समस्याओं और चिकित्सीय सहायता से जुड़े थे।

मेघदूत चौपाटी से हटाए गए ठेले वालों की फरियाद:


मेघदूत चौपाटी से हटाए गए ठेले वाले रणजीत सिंह ने कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाई। उन्होंने बताया कि प्रशासन की रिमुवल कार्रवाई के दौरान उनके बेटे को बुरी तरह पीटा गया और उसकी पगड़ी तक फेंक दी गई। बुजुर्ग सिंह ने कहा कि वे 2003 से मेघदूत चौपाटी पर ठेला लगा रहे हैं। कचरा शुल्क भी देते हैं, सिंह ने दावा किया कि निगम से लिखित अनुमति लेकर ही वे 15 साल से अधिक समय से वहाँ ठेला संचालित कर रहे हैं। सिंह ने आरोप लगाया कि चौपाटी से 400 दुकानें हटाई गईं, लेकिन प्रभावशाली विधायक रमेश मेंदोला के समर्थकों की दुकानें अब भी संचालित हो रही हैं। सिंह ने यह भी कहा कि बड़े अस्पतालों और मेडिकल संचालकों को बचाने के लिए मेट्रो प्लान में बदलाव कर चौपाटी को पलट दिया गया।

वृद्धा सुनीला बाई की पीड़ा:
रामानंद नगर निवासी सुनीला बाई ने रोते हुए अपनी परेशानी साझा की। उन्होंने बताया कि उनके पति सरकारी शिक्षक थे, जिनकी मृत्यु के बाद उनके बेटे और बहू ने उनके घर पर कब्जा कर लिया है और उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं। उन्होंने चंदन नगर थाने में जून 2024 में बहू ममता और उसके पुत्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।

धर्मांतरण से उपजी समस्या:
अंजीदा उर्फ सोना बागौरा ने बताया कि उन्होंने हिंदू धर्म अपनाकर दूसरी शादी की थी। लेकिन परिवार के दबाव में उनके पति ने उन्हें छोड़ दिया। डेढ़ महीने से वे अपनी समस्या लेकर विभिन्न मंचों पर जा रही हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।

छात्रा ऐश्वर्या जाटव की शिकायत:
आरपीएल माहेश्वरी कॉलेज की एमकॉम प्रथम वर्ष की छात्रा ऐश्वर्या जाटव ने परीक्षा से जुड़ी समस्या बताई। उन्होंने कहा कि कॉलेज ने बिना किसी नोटिफिकेशन के परीक्षाएं आयोजित कर दीं, जिससे कई छात्र प्रभावित हुए हैं।

अनोखा विरोध प्रदर्शन:
समाजसेवी अंकुर मिश्रा अपनी शिकायतों पर ध्यान आकर्षित करने के लिए शरीर पर सभी शिकायतें चस्पा कर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। उन्होंने बताया कि श्री वैष्णव शैक्षणिक एवं पारमार्थिक न्यास के ट्रस्टियों के खिलाफ पूर्व कलेक्टर इलैया राजा द्वारा जांच के आदेश दिए गए थे, लेकिन उनके स्थानांतरण के बाद जांच ठंडे बस्ते में चली गई।

दिव्यांग की प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान की मांग:
एक दिव्यांग आवेदक प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान देने की गुहार लगाते हुए पहुंचे।कलेक्टोरेट में सैकड़ों लोग अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे, लेकिन उनकी शिकायतों का समाधान कब तक होगा, यह देखना बाकी है।

समय-सीमा में निराकरण सुनिश्चित

इंदौर जनसम्पर्क से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि आवेदकों की समस्याओं का प्राथमिकता के साथ समय-सीमा में निराकरण सुनिश्चित किया जा रहा है। यह तय किया गया है कि आवेदकों की समस्याओं के समय-सीमा में निराकरण को सुनिश्चित करने के लिए विशेष व्यवस्था के तहत उनके प्रकरण सीएम हेल्पलाइन में दर्ज किए जा रहे हैं। समय-सीमा में निराकरण किया जा रहा है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि वे हर हाल में समय-सीमा में समस्याओं का सकारात्मक निराकरण करें। आज सम्पन्न हुई जनसुनवाई में कलेक्टर श्री सिंह ने अनेक आवेदकों को रेडक्रॉस के माध्यम से सहायता भी उपलब्ध कराई। यह सहायता शिक्षा, इलाज और रोजगार के लिए जरूरतमंदों को प्रदान की गई।

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है। 

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