इंदौर, 6 अगस्त 2024

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आज मंगलवार को इंदौर नगर निगम के मुख्यालय पर कांग्रेस का पूर्व निर्धारित जंगी प्रदर्शन हुआ। ऐसे मौके पर पुलिस ने भीड़ को आगे बढ्ने से रोकने के लिए वाटर कैनन का प्रयोग किया। इसी बीच एक कांग्रेस कार्यकर्ता और दो मीडिया कर्मी प्रभावित हुए हैं। लेकिन हैरत की  बात ये है कि जब पुलिस हल्का बल प्रयोग कर रही थी, तब शासकीय एमवाय अस्पताल में कोई आकस्मिक चिकित्सीय टीम अलर्ट मोड पर नहीं थी। लिहाजा आधा घंटे से अधिक विलंब से मीडिया कर्मियों का प्राथमिक उपचार शुरू हुआ। इसके बाद उन्हें निजी अस्पताल लाया गया। https://www.facebook.com/100063804135297/videos/484384424299671

न्यूजओ2 ने दोनों मीडिया कर्मियों से बात की है। एक मीडिया कर्मी डगलस को सर में गंभीर चोट आकर 12 टांके लगे हैं। डगलस निजी अस्पताल में फिलवक्त उपचाररत हैं। डॉक्टर ने 3 दिन अस्पताल में भर्ती रखने का कहा है। वहीं एक अन्य मीडिया कर्मी सनी बहरानी को कोहनी में चोट लगी है, हालांकि उन्हें फ्रेक्चर नहीं है लेकिन डॉक्टर ने 3-4 दिन सिकाई करने को कहा है। वहीं कांग्रेस कार्यकर्ता के मुंह और नाक से थोड़ा खून निकला है, उन्हें मामूली चोट बताई जा रही है।

पुलिस अधिकारी के निर्देशों की गफलत में हुआ हादसा

मिली जानकारी के मुताबिक अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राम स्नेही मिश्रा वाटर कैनन कंट्रोल के कमांडिंग ऑफिसर नियुक्त हुए थे। उन्होने एक जवान को हाथ से निर्देश देते हुए वाटर कैनन बंद करने कहा तो जवान ने वाटर कैनन बंद न कर नीचे कर दी। पानी के प्रेशर से बेरीकेट गिर गया जो मीडिया कर्मी डगलस के ऊपर गिरा, डगलस के सर से खून का फव्वारा फूट पड़ा। डगलस असंतुलित होकर गिरा जिसके साथ एक और बेरिकेड गिर गया। जो सनी बहरानी के ऊपर गिरा। जिससे सनी की हाथ की कोहनी में चोट लगी। इस हादसे से पुलिस और प्रशासन को सबक लेना चाहिए, ऐसे सार्वजनिक घटनाक्रमों में प्रोटोकॉल के मुताबिक सभी आकस्मिक सेवाएँ अलर्ट मोड पर रहती हैं ताकि किसी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।