इंदौर, 11 जनवरी 2025,(न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126: इंदौर क्राइम ब्रांच ने एक शातिर गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो किराए पर गाड़ियां लेकर उन्हें फर्जी एग्रीमेंट के जरिए बेचने का प्रयास करता था। इस कार्रवाई में पुलिस ने 75 लाख रुपये कीमत की 7 गाड़ियां जब्त की हैं।
क्या है मामला?
इंदौर पुलिस आयुक्त संतोष सिंह के निर्देश पर अपराध शाखा को शहर में संपत्ति और वाहन चोरी से जुड़े मामलों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए थे। इसी क्रम में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मनोज श्रीवास्तव और पुलिस उपायुक्त राजेश कुमार त्रिपाठी के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच की टीम को आवश्यक निर्देश दिए गए। मुखबिर की सूचना पर पुलिस को जानकारी मिली कि राधिका कुंज कॉलोनी में चार संदिग्ध व्यक्ति कुछ गाड़ियां लेकर ग्राहक ढूंढ रहे हैं। सूचना मिलते ही क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंची और चार आरोपियों को गिरफ्तार किया।
पुलिस गिरफ्त में आए आरोपियों के नाम वसीम खान (40), निवासी स्वर्णबाग कॉलोनी, मितुल उर्फ अक्षय (40), निवासी गोल्डन फार्म सोसायटी, देवास नाका, अमजद खान (42), निवासी पाटनीपुरा,और आफताब खान (33), निवासी गौहर नगर हैं।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से अर्टिगा कार, फॉर्च्यूनर, एक्सेंट कार, आई-10, स्विफ्ट टूर कार, नेक्सॉन कार और बलेनो ब्लू कार जब्त की है।
गिरोह का तरीका
इंदौर पुलिस ने बताया कि आरोपी किराए पर गाड़ियां लेकर उन्हें फर्जी दस्तावेजों के जरिए बेचने की योजना बनाते थे। जांच में पता चला कि आरोपियों में से एक, सनी उर्फ शुभम नागर, पहले एनडीपीएस मामले में गिरफ्तार हो चुका है और उसने नेक्सॉन कार एग्रीमेंट पर गिरोह को दी थी।
पुलिस की कार्रवाई
गिरफ्तार आरोपियों के पास से बरामद गाड़ियों के वैध दस्तावेज नहीं मिले। पुलिस ने इन वाहनों को जब्त कर लिया और संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जप्त गाड़ियों के मालिकों का पता लगाया जा रहा है।
अपराध शाखा की सख्त कार्रवाई
पुलिस ने धारा 106(1) बीएनएसएस के तहत मामला दर्ज किया है। जांच में पता लगाया जाएगा कि ये गाड़ियां चोरी की हैं या अन्य किसी अवैध गतिविधियों में शामिल हैं। इंदौर क्राइम ब्रांच की यह कार्रवाई वाहन चोरी और फर्जीवाड़े से जुड़े अपराधों पर अंकुश लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।