हीरा नगर थाने में रील बनाने वाले आरोपियों को भेजा जेल
इंदौर, 04 अगस्त 2024
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मध्य प्रदेश के इंदौर में बदमाशों के हौंसले इतने बुलंद हैं कि वे पुलिस थाने में रील बनाने की जुर्रत करते हैं और फिर उसे वायरल भी कर देते हैं, जिसका संदेश है कि उनका खौफ यहाँ भी कायम है। इसी तरह का मामला हीरा नगर थाने में सामने आया है जहां एट्रोसिटी एक्ट के तहत दो आरोपी रवि और युवराज शुक्रवार को घटना में प्रयुक्त बेसबॉल के डंडे के साथ पेश हुए। यहाँ उन्होने एक रील बनाई और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। मीडिया में मामला तूल पकड़ने के बाद रील बनाने वाले आरोपियों को प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करते हुए जेल भेज दिया है। इसके पहले पुलिस ने आरोपियों से उट्ठक-बैठक लगवा कर माफी मँगवाई । देखें वीडियो https://www.facebook.com/reel/1019466959586003
थाना प्रभारी पी एल शर्मा ने बताया कि आरोपियों को घटना में प्रयुक्त बेस बॉल के डंडे के साथ थाने बुलाया था। शनिवार को दोनों थाने हाजिर हुए। इस के बाद उनके रील बनाने की जानकारी सामने आई तो आरोपी रवि और रील बनाने वाले सुमित गुर्जर के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करते हुए जेल भेज दिया है।
इन धाराओं में हुआ केस दर्ज
भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 115 (2), 296, 351(2), 3(5) और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अधिनियम 1989 (संसोधन 2015) में केस दर्ज हुआ है।
दलित समाज कल करेगा थाने का घेराव
जब थाने में पुलिस का खौफ नहीं तो बाहर ….कितना आतंक ….!
अखिल भारतीय श्री बलाई महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज परमार ने न्यूजओ2 से कहा कि जब आरोपियों को थाने के भीतर पुलिस का खौफ नहीं है तो वे बाहर दलितों और कमजोर लोगों पर कितना अत्याचार करते होंगे। जिस तरह उनकी रील वायरल हुई, उससे स्पष्ट है कि पुलिस धन बल और बाहुबल को संरक्षण दे रही है। उनकी थाने में खातिरदारी हो रही। हमारी मांग है कि इन बदमाशों के प्रशासन द्वारा मकान तोड़े जाने चाहिए और दोषी पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड करना चाहिए। पीड़ित दलित युवक को न्याय मिले, इसके लिए हम सोमवार सुबह 11 बजे बड़ी संख्या में थाने पहुँचकर वहाँ घेराव करेंगे। आज भी कुछ लोगों ने थाने का घेराव कर न्याय की मांग की है।
क्या है मामला ?
दरअसल एक दलित युवक ने 2 अगस्त को थाने में केस दर्ज कराया कि उसे और उसके रिशतेदारों को आरोपी रवि प्रजापत, सुभाष यादव, युवराज गुर्जर और जीतू यादव ने मारा है। झगड़ा बहुत मामूली बात ऑटो रिक्शा हटाने को लेकर हुआ। पीड़ित ने बताया कि वह काशीपुरा कॉलोनी में अपने रिश्तेदार का किराये का मकान खाली कराने गया था। ऑटो रिक्शा में हम सब सामान रख रहे थे, तभी वहाँ रवि प्रजापत आ गया और रिक्शा हटाने को कहा। मैंने उसको कहा कि थोड़ा सा सामान बचा है, रख कर हटा रहे हैं। जिस पर वह मुझे अभद्र और अशोभनीय गालियां देने लगा और उसने फोन लगाकर अपने साथियों सुभाष यादव, युवराज गुर्जर और जीतू यादव को बुला लिया। और सबने मिलकर मुझे और मुझे बचाने के लिए बीच में आए मेरे कज़िन भाई को बेस बॉल के डंडे से खूब मारा। मेरे भाई के सर में गंभीर चोट आई है। इसके बाद हम लोगों ने थाने जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई है।