इंदौर, 11 अक्टूबर 2024 (न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126। भारत सरकार के निर्देशानुसार इंदौर जिले में किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल के तहत फॉर्मर रजिस्ट्री की शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत प्रत्येक किसान का एक विशिष्ट “फॉर्मर आईडी” बनाया जाएगा, जिसका उद्देश्य किसानों की पहचान और जानकारी को सुरक्षित रखना है।

इस अभियान को 30 नवंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके बाद पीएम किसान योजना का लाभ केवल फॉर्मर आईडी के माध्यम से ही किसानों को मिल सकेगा। साथ ही, भविष्य में सरकार की अन्य योजनाओं का लाभ भी इसी आईडी के आधार पर पारदर्शिता के साथ दिया जाएगा।

फॉर्मर रजिस्ट्री क्रियान्वयन:
इस रजिस्ट्री का क्रियान्वयन निम्नलिखित पोर्टल और मोबाइल एप्स के माध्यम से किया जाएगा:

  • पोर्टल: https://mpfr.agristack.gov.in (पटवारी, स्थानीय युवा एवं किसान के लिए)
  • मोबाइल एप: “Farmer Registry MP” (किसानों के लिए)
  • मोबाइल एप: “Farmer Sahayak MP APP” (स्थानीय युवाओं के लिए)

भूमि अभिलेख डेटा के आधार पर किसानों की भूमि की जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध होगी, और इस जानकारी को बकेटिंग प्रक्रिया के माध्यम से समेकित किया जाएगा। इससे हर किसान के खातों को लिंक किया जाएगा और ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी होगी।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभ:
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों की फॉर्मर आईडी प्राथमिकता के आधार पर जनरेट की जाएगी। इसमें खसरा, हिस्सा, मोबाइल नंबर, आधार संख्या और ई-केवाईसी विवरण दर्ज होंगे। जैसे ही भूमि अभिलेखों में कोई बदलाव होगा, फॉर्मर रजिस्ट्री में भी यह जानकारी अपने आप अपडेट हो जाएगी।

स्थानीय युवाओं के लिए अवसर:
डिजिटल क्रॉप सर्वेक्षण के लिए चिन्हित स्थानीय युवाओं द्वारा फॉर्मर रजिस्ट्री बनाने का कार्य अभियान के रूप में किया जाएगा। इन युवाओं को प्रति फॉर्मर आईडी बनाने के लिए 10 रुपये और अतिरिक्त खाता जोड़ने पर 5 रुपये की राशि दी जाएगी, जो उनके आधार से लिंक बैंक खाते में सीधे जमा की जाएगी। यह पहल किसानों के लिए पारदर्शी और सटीक कृषि जानकारी सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है।