इंदौर, 4 दिसंबर – केंद्र सत्ता का नेतृत्व करने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और भाजपा की बैक बोन कहे जाने वाले तमाम आनुसांगिक संगठनों और संस्थाओं के प्रतिनिधियों द्वारा बांग्लादेश में हिंदुओं के प्रति हो रही हिंसा और प्रताड़ना के खिलाफ इंदौर के सकल हिंदू समाज के बैनर तले आज एक ऐतिहासिक आक्रोश रैली का आयोजन किया।

सुबह 8:30 बजे से ही शहर के विभिन्न हिस्सों से लोग लालबाग की ओर जुटने लगे। हाथों में बैनर और तख्तियां लिए लोग नारे लगाते हुए पहुंचे। रैली में शामिल लोग “बांग्लादेश के हिंदुओं का नरसंहार, नहीं सहेगा इंदौर का सकल हिंदू समाज” और “जाग जाओ बांग्लादेश सरकार, बंद करो हिंदुओं पर अत्याचार” जैसे नारे लगा रहे थे।

रैली में हर वर्ग और आयु के लोग शामिल हुए, जिसमें व्यापारी, विद्यार्थी, नौकरीपेशा लोग, युवा, महिलाएं, और दिव्यांग जन भी शामिल थे। आयोजकों के अनुसार, सुबह 10 बजे तक लालबाग परिसर और आसपास का क्षेत्र भगवा ध्वजों से आच्छादित हो चुका था।

संत समाज की उपस्थिति और संदेश

रैली में 30 से अधिक संत और महात्मा मौजूद थे। संत श्री दादू महाराज, महामंडलेश्वर श्री धर्मेंद्र गिरी जी, और महंत श्री भरतदास जी महाराज सहित अन्य संतों ने इस हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है।

कलेक्टर को सौंपा गया ज्ञापन

रैली लालबाग से शुरू होकर महू नाके और महाराणा प्रताप प्रतिमा से होते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंची, जहां राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में भारत सरकार और वैश्विक समुदाय से बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की गई।

तीन प्रमुख मांगे

भारत सरकार द्वारा बांग्ला देश सरकार पर दबाव डाला जाये,

संयुक्त राष्ट्र और अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार संगठनों के माध्यम से बांग्ला देश सरकार को अत्याचारों के लिए जिम्मेदार ठहराया जाये।

निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच की जाये।

रैली का अनुशासित आयोजन

रैली ने यह साबित किया कि इंदौर का समाज गंभीर मुद्दों पर एकजुट होकर शांतिपूर्ण और अनुशासित तरीके से अपनी बात रखने में सक्षम है। व्यापारिक राजधानी होने के बावजूद, लोगों ने अपनी दुकानें बंद रखकर इस रैली में भाग लिया।

तीन प्रमुख संकल्प

सभा के अंत में जनसमूह ने तीन संकल्प लिए:

  1. दुनिया के किसी भी हिस्से में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ खड़े होने का वचन।
  2. मानवता के खिलाफ किसी भी हिंसा का विरोध करने का प्रण।
  3. एकजुट और शक्तिशाली हिंदू समाज के निर्माण का संकल्प।

सकल हिंदू समाज के संयोजक पंकज पंवार ने कहा, “हिंदू समाज सहिष्णु है, लेकिन आवश्यकता पड़ने पर अधर्म के खिलाफ संगठित होकर खड़ा होना जानता है।”

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है। 

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