इंदौर लोक सभा सीट पर बने 5 रिकॉर्ड

नोटा जहां मील का बना पत्थर तो लालवानी ने भी तोड़ा अपना रिकार्ड

बसपा भी चढ़ी दूसरे पायदान पर

इंदौर, 4 जून 2024

देश में 7 बार स्वच्छता का तमगा हासिल करने वाला इंदौर शहर राजनीति में भी नए रिकार्ड स्थापित करता रहा है । यहाँ 8 बार लगातार सांसद रहकर पहले सुमित्रा महाजन ने रिकार्ड बनाया तो उनके बाद भाजपा से शंकर लालवानी लगातार दूसरी बार जीते हैं और कई रिकार्ड बनवा दिये हैं।

नोटा को देश में सर्वाधिक 2 लाख से अधिक मत मिले

नोटा ने देश में सर्वाधिक 2 लाख 18 हजार 674 मत प्राप्त किए हैं जो अपने आप में देश की राजनीति में एक एतिहासिक मील का पत्थर साबित होगा ।  यह नोटा का विकल्प (None of the above/ उपरोक्त में से कोई नहीं) जनता का सत्ता के प्रति आक्रोश ही था जो जनता ने नोटा दबाकर निकाला ।

कांग्रेस विहीन बना पहली बार चुनाव

दूसरा रिकार्ड इंदौर की लोक सभा सीट पर अब तक सम्पन्न हुए 18 चुनावों में पहली बार मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के बिना चुनाव लड़ा गया है । उल्लेखनीय है कि कांग्रेस से उम्मीदवारी की ताल ठोकने वाले अक्षय बम चुनाव के एन पहले अपना नामांकन वापस लेकर भाजपा में शामिल हो गए थे । लिहाजा कांग्रेस के पास कोई विकल्प ही नहीं बचा था । कांग्रेस प्रत्याशी विहीन रही ।

शंकर लालवानी दूसरी बार रिकॉर्ड मतों से जीते

कांग्रेस प्रत्याशी के मैदान छोडने के बाद से ही चुनाव एकतरफा और नीरस हो गया था, ऐसे में भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी की जीत शुरू से ही एकपक्षीय तय मानी जा रही थी । कांग्रेस विहीन चुनाव में भाजपा के लिए बड़ी चुनौती अधिक मतदान की थी । तो वहीं लालवानी को अपना पिछला 2019 लोक सभा चुनाव में मिले 10 लाख 68 हजार 569 मतों के रिकार्ड को मेनटेन करना बड़ी चुनौती थी । कांग्रेस को दगा देकर अक्षय बम के भाजपा में शामिल होने के बाद जिस तरह से यहाँ की सियासत गरमाई थी, उसमें वोटिंग प्रतिशत बढ़ाना टेड़ी खीर हो रहा था । तो साथ ही दिल्ली से आलाकमान ने भी इस क्षतिपूर्ति के लिए 11 लाख से जीत का टार्गेट दे दिया था । टार्गेट मिलने के बाद ही भाजपा, सत्ता और संगठन ने कड़ी मेहनत कर लालवानी का पिछली बार का खुद का रिकार्ड तोड़ते हुए इस बार 12 लाख 26 हजार 751 मतों से जीत दर्ज कर सर्वाधिक मतों से जीतने का एक नया रिकार्ड बना दिया ।  

सर्वाधिक मतों के अंतर से जीते लालवानी

एक और रिकार्ड शंकर लालवानी के नाम हुआ है । उन्होने बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी संजय सोलंकी को सर्वाधिक 11 लाख 75 हजार 92 मतों के अंतर से हराया है ।  बसपा प्रत्याशी सोलंकी 51 हजार 659 मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहे हैं।  पौने 12 लाख के अंतर से किसी प्रत्याशी की जीत एक बड़े रिकॉर्ड के रूप में दर्ज हुआ है ।

बसपा पहली बार पहुंची दूसरे पायदान पर

मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी का गढ़ रहा है । ऐसे में पहली बार है कि किसी भी सीट पर बहुजन समाज पार्टी दूसरे नंबर पर आई हो । इंदौर में इस बार कांग्रेस रहित मैदान होने से  बहुजन समाज पार्टी के संजय सोलंकी 51 हजार 659 मतों के साथ दूसरे नंबर पर रहे हैं ।

मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में नोटा को सबसे अधिक मत


मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में नोटा को बंपर वोट मिले हैं। पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक महेंद्र हार्डिया की सीट इंदौर-5 में सबसे ज्यादा 53 हजार 133 वोट मिले हैं। खजराना और आजाद नगर मुस्लिम बहुत क्षेत्र आते हैं। इसके बाद सबसे ज्यादा वोट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की सीट इंदौर 1 में 31 हजार 835 आए हैं। यहां चंदन नगर मुस्लिम क्षेत्र है। इसके अलावा रमेश मेंदोला की सीट इंदौर 2 में 21 हजार 330 वोट, इंदौर 3 में 23 हजार 618, इंदौर 4 में 22 हजार 956, राऊ में 28 हजार 626, देपालपुर में 17 हजार 771, सांवेर में 19 हजार 086 वोट नोटा को गए हैं।

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है।