लोकायुक्त की सख्त कार्रवाई: रिश्वत लेते हुए दो आरोपी रंगे हाथों गिरफ्तार
इंदौर,01 मार्च 205: इंदौर लोकायुक्त इकाई ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए एक बड़ी ट्रैप कार्रवाई को अंजाम दिया। इस कार्रवाई में एक पुलिसकर्मी और उसके सहयोगी को 50,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
क्या है मामला?
शिकायतकर्ता श्रीमती भेघा देलवार ने लोकायुक्त कार्यालय में शि हुईकायत दर्ज कराई थी कि उनके पति बासिल मंसूरी द्वारा उनके खिलाफ थाना एम.आई.जी. इंदौर में मारपीट का प्रकरण दर्ज कराया गया था। इस मामले की जांच प्रधान आरक्षक अरुण शर्मा कर रहे थे। शिकायत के अनुसार, आरोपी ने आवेदिका से 5 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी, ताकि उन्हें जेल न भेजा जाए और केस को कमजोर किया जा सके।
लोकायुक्त का ट्रैप ऑपरेशन
शिकायत की जांच में मामला सही पाए जाने पर लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक राजेश सहाय के निर्देशन में ट्रैप कार्रवाई की योजना बनाई गई। 1 मार्च 2025 को जब आरोपी अरुण शर्मा ने अपने सहयोगी अय्युब खॉन को रिश्वत की पहली किश्त 50,000 रुपये लेने के लिए भेजा, तभी लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।
रंगे हाथों गिरफ्तार
लोकायुक्त टीम ने रिश्वत लेते ही अय्युब खॉन को गिरफ्तार किया और बाद में अरुण शर्मा को भी रिश्वत की राशि के साथ पकड़ा। दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 2018 की धारा 7 और बी.एन.एस. की धारा 61(2) के तहत मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
लोकायुक्त की सख्त हिदायत
लोकायुक्त ने स्पष्ट किया है कि भ्रष्टाचार में लिप्त किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा। आम जनता से अपील की गई है कि यदि किसी शासकीय अधिकारी या कर्मचारी द्वारा रिश्वत मांगी जाती है तो वे बेझिझक लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
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