इंदौर, 10 जनवरी 2025,(न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126: जिला प्रशासन ने खाद्य पदार्थों की सुरक्षा और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में आयोजित जिला स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक में मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए गए।

कलेक्टर ने कहा कि दूध विक्रय करने वाली सभी डेयरियों में दूध की गुणवत्ता जांचने के लिए फेट (फैट) मशीन लगाना अनिवार्य है। जिन डेयरियों में ये मशीनें नहीं लगेंगी, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अब तक डेढ़ सौ से अधिक डेयरियों में फेट मशीनें लग चुकी हैं। शेष डेयरियों में भी जल्द ही ये मशीनें लगवाई जाएंगी।

बैठक में बताया गया कि जिले में एक जनवरी 2024 से लेकर गत दिसम्बर माह तक 127 प्रकरण दायर किये गये। इस अवधि में 188 प्रकरणों में निर्णय हुआ। सभी में दोषसिद्धी पाई गई। एक करोड़ 74 लाख 90 हजार रूपये का अर्थदण्ड लगाकर 94 लाख 83 हजार का अर्थदण्ड वसूल किया गया। इस अवधि में 2 करोड़ 34 लाख 66 हजार रूपये का राजस्व लायसेंस और पंजीयन से प्राप्त हुआ।

इसके अलावा, उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने “ईट राइट चैलेंज” प्रतियोगिता में भाग लेकर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली संस्थाओं को सम्मानित किया। डीपीएस स्कूल, ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर, होटल शेरेटन ग्रांड पैलेस, लाइफ केयर हॉस्पिटल, अंकुर रिहेब सेंटर और भूमिका स्व-सहायता समूह परदेशीपुरा को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।

कलेक्टर ने कहा कि मिलावटखोरी से संबंधित जानकारी जुटाने के लिए व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। नागरिक नगर निगम के 311 ऐप और ‘आहार’ ऐप के माध्यम से भी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं।

कलेक्टर आशीष सिंह ने स्पष्ट किया कि असुरक्षित और अमानक खाद्य पदार्थ बनाने और बेचने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इन पर आपराधिक प्रकरण दर्ज कर सख्त सजा सुनिश्चित की जाएगी।

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है।