दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाही के निर्देश- महापौर
इंदौर, 25 दिसंबर 2024,(न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126: मध्य प्रदेश के इंदौर में अन्नपूर्णा थाना क्षेत्र में बुधवार सुबह नगर निगम की टीम पर हिंदुवादी संगठन द्वारा हमला और मारपीट की गई है, जिसमें 3 निगम कर्मचारी घायल बताए जा रहे हैं। सुबह घटित हुई इस घटना की एफआईआर दर्ज कराने में निगम को पसीने छूट गए। घटना के 12 घंटे से अधिक समय बीत इस मामले में रात 9:30 बजे नामजद प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। प्रकरण में विजय कालखोर निवासी मरीमाता, संजय महाजन निवासी महादेव नगर,तेजसिंह राठौर निवासी इंदौर अर्बन और अन्य को आरोपी बनाया गया है।
एफआईआर बीएनएस की धारा 115(2) (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 296 (सार्वजनिक स्थल पर अभद्र व्यवहार), 351 (2) (आपराधिक धमकी), 132 (लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए हमला),110 (हत्या करने का प्रयास),191 (2) (बलवा), 191 (3),190, 3 में दर्ज की गई है।
यह मारपीट बजरंग दल द्वारा निगम की रिमुवल टीम से की गई है। जब आज सुबह नगर निगम एवं जिला प्रशासन की टीम द्वारा झोन क्रमांक 21 के अंतर्गत सत्यदेव नगर एवं दत्त नगर क्षेत्र में अवैध बाड़ों को हटाने की कार्रवाई कर रही थी। निगम अधिकारी लता अग्रवाल ने बताया कि निगम के 3 कर्मचारियों को चोट आई है और 3-4 गाड़ियों को भी नुकसान हुआ है।
दूसरी तरफ हमला करने वाले बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि निगम की रिमुवल टीम गौ वंश को गलत तरीके से गाड़ियों में भरकर ले जा रही थी। निगम द्वारा ढूंस ढूंस कर किए जा रहे परिवहन में कुछ गाय चोटिल हुई हैं। एक गाय का पैर भी टूटा है।
निगम के 3 कर्मचारी घायल, आयुक्त देखने अस्पताल पहुंचे
उधर निगम आयुक्त शिवम वर्मा घायल कर्मचारियों को देखने अस्पताल पहुंचे और घायल कर्मचारियों से चर्चा कर उनका हालचाल जाना और उन्हें हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया। उन्होंने अस्पताल प्रशासन और संबंधित डॉक्टरों को कहा कि घायल कर्मचारियों के इलाज में कोई भी कमी न आने दी जाए और उन्हें समुचित चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाए।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इस हमले की निंदा की है। महापौर ने पूरे घटना क्रम की एवं प्रकरण की जाँच करने एवं दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाही के निर्देश दिये गए है । महापौर भार्गव ने कहा कि नगर निगम इस घटना को अत्यंत गंभीरता से ले रहा है। दोषियों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। निगम अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाएं।