इंदौर शहर को मिलेगी एक और बड़े तालाब की सौगात
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शहर के भंवरासला के अनुपयोगी तालाब को उपयोगी बनाने, जल क्षमता बढ़ाने तथा उसके सौंदर्यीकरण के लिये किया श्रमदान
डॉ. यादव ने पानी के अपव्यय को रोकने तथा जल संचय के लिये नागारिकों का किया आव्हान
इंदौर 16 जून, 2024
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नागरिकों का आव्हान किया है कि वे समय की जरूरत को पहचान कर पानी के अपव्यय को रोके तथा जल का अधिक से अधिक संचय करें। गिरता भूजल स्तर चिंता का विषय है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज इंदौर के भंवरासला में स्थित एक अनुपयोगी तालाब को उपयोगी बनाने, उसकी जल क्षमता बढ़ाने तथा उसके सौंदर्यीकरण के लिये आयोजित कार्यक्रम में श्रमदान किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा जल संवर्धन एवं जल स्रोतों के संरक्षण के अंतर्गत भंवरसला तालाब का विकास कार्य किया जाएगा। तालाब का विकास कार्य डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से कराया जायेगा। निर्माण कार्य अंतर्गत तालाब की डिसिल्टिंग, तालाब की पाल के मजबूतीकरण हेतु स्टोन पीचिंग, तालाब की पाल पर पाथवे का निर्माण, वृक्षारोपण एवं शेष खुले क्षेत्र में बगीचे का निर्माण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत नागरिकों को जल बचाने के संबंध में संकल्प भी दिलाया। उन्होंने विभिन्न नदियों के जल का तालाब में जल दान भी किया। उन्होंने इसके पूर्व विभिन्न नदियों के जल से भरे कलश का पूजन भी किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि तालाब का कुल क्षेत्रफल 2.895 हेक्टेयर है। तालाब का कैचमेंट का क्षेत्रफल हेक्टेयर 86.17 है। तालाब की गहराई 3 मीटर औसत है। प्रदेश के सभी नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में एक साथ कुएं, बावड़ी, तालाब एवं नदियों के जीर्णोद्धार एवं उनको गहरा कर उनमें पानी की क्षमता बढ़ाने के लिए कार्य किये जा रहे हैं। साथ ही वृक्षारोपण के कार्य को भी वृहत पैमाने पर लिया गया है। इससे जहां एक और प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में जल का इंतजाम किया जा सकेगा वहीं दूसरी ओर पर्यावरण भी सुधरेगा।