इंदौर में बैठकर राजस्थान की महिला बैंक अधिकारी को किया Digital Arrest, 17 लाख लूटे, पुलिस के चढ़े हत्थे
इंदौर, 04 जुलाई 2024
इंदौर पुलिस ने दो ऐसे शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो डिजिटल अरेस्ट के माध्यम से ऑनलाइन ठगी की वारदात करते थे । पुलिस गिरफ्त में आए आरोपियों के नाम मुस्तफा बोहरा अली निवासी खातीवाला टैंक इंदौर और अरशद खान (23) निवासी चंदन नगर इंदौर हैं । आरोप है दोनों ने राजस्थान की एक महिला बैंक अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट कर 17 लाख रु ऑनलाइन ठगे हैं। पुलिस को आरोपियों के अकाउंट से 9 लाख रुपए भी मिले हैं, जिसकी जब्ती एवं गिरफ्तारी सहित अग्रिम वैधानिक कार्यवाही जयपुर (राजस्थान) पुलिस के द्वारा की जा रही है। अन्य बड़े खुलासे होने की भी संभावना है।
महज 10वीं व 12 वीं पास हैं आरोपी
अरशद 10 वीं पास और मुस्तफा 12 वीं पास है। अरशद की जेल रोड पर मोबाइल की दुकान थी और मुस्तफा खातीवाला टैंक के पास काम करता है । दोनों ने पुलिस पूछताछ में कबूला है कि उन्होने कई लोगों से लाखों रु ऑनलाइन ठगी में लूटे हैं। वे सैकड़ों लोगों से फोन पर बात करते थे, जो उनकी बातों में आ जाता था, उसे डिजिटल अरेस्ट कर लूट लेते थे। आरोपी अरशद ठेके एवं कमिशन पर बैंक अकाउंट प्राप्त करता था जिसके संबंध में पुलिस जांच कर रही है।
इस तरह डिजिटल अरेस्ट कर ठगा जयपुर की महिला बैंक अधिकारी को
राजस्थान पुलिस ने इंदौर पुलिस को बताया कि ठगों ने राजस्थान की राजधानी जयपुर में SBI बैंक की महिला अधिकारी फरियादी के साथ ऑनलाइन ठगी की है, जिसमें अंजान ठग गैंग के द्वारा महिला फरियादी को कॉल कर कहा कि हम TRAI (TELECOM REGULATORY AUTHORITY OF INDIA) के अधिकारी बात कर रहे है और आपके आधार कार्ड से मुंबई से जो सिमकार्ड इश्यू हुआ है, उस नंबर से illegal Activity हो रही है, जिसपर फरियादी के द्वारा कहा गया कि मेरा कोई दूसरा नंबर नहीं है और न ही मुंबई से कोई सिमकार्ड लिया है, तो ठग गैंग द्वारा मुंबई पुलिस से कनेक्ट करने को कहा और मुंबई कोलवा अधिकारी के नाम से अन्य व्यक्ति से बात करवाई जिसने अपना नाम विनय खन्ना नाम बताया और कॉल काट दिया। उसके बाद Skype इंस्टाल करके वीडियो कॉल करने के लिए कहा गया । फिर अलग–अलग डिपार्टमेंट के अधिकारी बताकर 4 से 5 घंटे डिजिटल अरेस्ट रखा गया और उसके बाद कहा कि आपका आधार नंबर की जांच संबंधित डिपार्टमेंट से करवा रहे है और उसके बाद ठग गैंग के द्वारा कहा कि नरेश गोयल मनी लॉन्ड्रिंग केस में आप मुख्य सस्पेक्ट हो ओर डराया गया कि आपके 20 लाख रुपए को Secreat Servillience Account जहां RBI आपके ट्रांजेक्शन को वेरिफाई करेगी और आपको आपके बैंक खाते में रिफंड कर देगा, उसपर महिला फरियादी के द्वारा पूछा कि पैसे क्यों ट्रांसफर करू तो ठग गैंग के द्वारा कहा की कोर्ट का समन है अन्यथा आपको आपके घर से अरेस्ट किया जाएगा, ठग गैंग की बातों में आकर महिला फरियादी ने 17 लाख रुपए ऑनलाइन NEFT ट्रांजेक्शन के माध्यम से ठग गैंग के बताए अनुसार दिए। उसके बाद भी ठग गैंग के द्वारा 3 लाख रुपए की ओर मांग की गई जो महिला फरियादी ने नहीं दिए। फिर कुछ घंटों तक फरियादी ने पैसे रिफंड आने का इंतजार किया पर ठग गैंग के द्वारा ऑनलाइन फ्रॉड की वारदात को अंजाम दिया जा चुका था, जिसपर महिला फरियादी की ओर से साइबर फ्रॉड का अपराध जयपुर (राजस्थान) में अपराध धारा 419, 420, 406, 384 भादवि एवं 66 सी, 66 डी IT एक्ट का पंजीबद्ध किया गया है ।