क्रिप्टोकरेंसी में मुनाफे का लालच देकर धोखाधड़ी,इंदौर पुलिस ने आवेदक को 19 लाख की ठगी से बचाया

पुलिस ने 3 लाख रिफंड करवाने के साथ ही 16 लाख रु फ्रीज़ करवाए

इंदौर

वर्तमान में साइबर ठगों द्वारा रोज़ नए नए हथकंडो के माध्यम से ठगी को अंजाम दिया जा रहा है कभी हाउस अरेस्ट,  कभी लोन एप्लीकेशन, कभी क्रिप्टोकरेंसी में फयदा पहुंचने के नाम पर, ब्लॉकचेन तकनीक के विकास के साथ ही धोखाधड़ी के मामले इंदौर शहर में भी बढ़ते जा रहे हैं।

पुलिस द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार पुष्पक महाजन निवासी इन्दौर  ने अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जोन-01  के कार्यालय पहुंचकर आवेदन प्रेषित करते हुए बताया कि मेरे द्वारा विगत समय में क्रिप्टो करन्सी में प्रतिमाह बचत के हिसाब से 500-700रु जमा किये जाते रहे हैं। बीती 25 अप्रैल 2024 को प्रार्थी को एक टेलीग्रांम आई.डी.  के माध्यम से दलाल ने बताया कि  आपके 2 लाख 60 हजार रुपये क्रिप्टोकरन्सी के खाते में जमा हो गये है और आप 3 लाख रुपये और खाते में जमा कर दो तो आपको 07 लाख रुपये मिलेगे, इसमे से 1.5 लाख रुपये मैं दलाली के आपसे प्राप्त करूँगा। फिर दलाल ने मुझे कहा कि आप और 5 लाख रुपये जमा कर दीजिये फिर मुझे मेल आया कि आपके 89 पाईन्ट हो गये हैं आप 11 लाख रुपये और जमा कर दीजिये तो आपको 25 लाख रुपये मिल जायेगें। इस प्रकार मेरे द्वारा 5 लाख एवं 11 लाख रुपये कुल 16 लाख रुपये उनके द्वारा बताए खातों मे जमा किये गये और फिर मेल आया कि 10 लाख 24 हजार रुपये और जमा करा दीजिये फिर मुझे उस पर शंका हुई कि वह मेरे साथ धोखाधड़ी तो नही कर रहा हैं और मैने फिर शिकायत की।

आवेदक की शिकायत प्राप्त होने पर अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जोन-01  आलोक शर्मा ने स्वयं संज्ञान में लेकर साइबर डेस्क प्रारंभ होने के बाद तत्काल कार्यवाही करते हुए 3 लाख रु वापस करवाने व 16 लाख रु की फ्रीज करवाने में सफल रहे।  साइबर डेस्क प्रारंभ होने के बाद ये पहला मामला था, जिसमें  त्वरित कार्यवाही कर आवेदक के साथ ठगी होने से बचाया।