कबीना मंत्री विजयवर्गीय के अल्टीमेटम के बाद पुलिस ने सक्रियता तो दिखाई लेकिन बाणगंगा थाना प्रभारी पर गिरी गाज

इंदौर, 24 सितंबर 2024 (न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126। मध्य प्रदेश के कबीना मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के अल्टिमेटम के बाद इंदौर पुलिस की सक्रियता नजर तो आई लेकिन बावजूद स्थानीय बाणगंगा थाना प्रभारी और चौकी प्रभारी पर मंत्री की गाज गिरी है । बाणगंगा थाना प्रभारी लोकेश भदौरिया और बाणगंगा थाना अंतर्गत भागीरथपुरा चौकी प्रभारी उप निरीक्षक दीपक कांबले को रक्षित केंद्र भेज दिया है। मंगलवार को पुलिस उपायुक्त मुख्यालय ने दो दर्जन से अधिक निरीक्षक और उप निरीक्षक स्तर के अधिकारियों को इधर से उधर किया है।

आइये आपको बताते हैं क्या है मामला…..

बीती 21 सितंबर को स्थानीय विधायक और कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय अपने विधान सभा क्षेत्र 1 के बाणगंगा क्षेत्र में पहुंचे थे। वे भाजपा के सदस्यता अभियान के तहत लोगों को भाजपा से जोड़ने पहुंचे थे, इस दौरान क्षेत्र की स्थानीय महिलाओं ने मंत्री जी को घेर लिया और क्षेत्र में शराब और नशाखोरी के बढ़ते मामलों की शिकायत की, जिस पर मंत्री जी ने पुलिस को 3 दिन का अल्टीमेटम दिया था और कहा था कि चौथा दिन मेरा होगा। विजयवर्गीय ने मंच से यह तक बोला था कि यदि कोई उनका नाम ले तो रियायत न बरती जाये, सख्त कार्यवाही हो।

मंत्री के सख्त तेवरों के बाद भी पुलिस को नहीं मिली बड़ी सफलता

मंत्री की चेतावनी के बाद पुलिस ने सक्रियता दिखाई तो जरूर… सड़कों पर उतरी, चेकिंग की। कुछ लोगों को नशे के आरोप में घरों से उठाकर भी लाई लेकिन जिस तरह मंत्री जी के तेवर थे, उस स्तर की कार्यवाही नहीं कर सकी। या यूं कहें बड़े ड्रग सप्लायर तक पहुँचने में नाकाम रही।

जल्द ही दूसरी लिस्ट होगी जारी

सूत्रों के अनुसार अगली लिस्ट में प्रभावित होने वाले लसूड़िया, हीरानगर, एरोड्रम, आज़ाद नगर, तेजाजी नगर के पुलिस अधिकारियों के तबादले होने की भी संभावना है। जल्द ही दूसरी सूची जारी हो सकती है।

By Neha Jain

नेहा जैन मध्यप्रदेश की जानी-मानी पत्रकार है। समाचार एजेंसी यूएनआई, हिंदुस्तान टाइम्स में लंबे समय सेवाएं दी है। सुश्री जैन इंदौर से प्रकाशित दैनिक पीपुल्स समाचार की संपादक रही है। इनकी कोविड-19 महामारी के दौरान की गई रिपोर्ट को देश और दुनिया ने सराहा। अपनी बेबाकी और तीखे सवालों के लिए वे विख्यात है।