मोतियाबिंद के मरीजों के लिए विशेष शिविरों का आयोजन
स्वास्थ्य शिविरों में उत्कृष्ट योगदान देने वालों का सम्मान
इंदौर, 21 जनवरी 2025,(न्यूजओ2 डॉट कॉम)/7724038126: इंदौर संभाग के दूरस्थ अंचलों में ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से विशेष स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया। इंदौर जनसम्पर्क से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इन शिविरों के बेहतर और सकारात्मक परिणामों को देखते हुए मार्च माह में इसका अगला चरण शुरू होगा। साथ ही मोतियाबिंद से पीड़ित मरीजों के लिए भी संभाग में विशेष शिविर लगाए जाएंगे। यह जानकारी इंदौर संभागायुक्त दीपक सिंह की उपस्थिति में आयोजित एक सम्मान समारोह में दी गई। इस समारोह में स्वास्थ्य शिविरों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को सम्मानित किया गया।
समारोह में धार जिले के कलेक्टर प्रियंक मिश्रा, अपर कलेक्टर गौरव बैनल, क्षेत्रीय प्रबंधक प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एस.एन. द्विवेदी, अरविंदो अस्पताल के डॉ. विनोद भंडारी और डॉ. महक भंडारी, संचालक स्वास्थ्य डॉ. शाजी जोसेफ, संयुक्त संचालक स्वास्थ्य डॉ. पूर्णिमा गडरिया सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित थे।
समारोह को संबोधित करते हुए संभागायुक्त दीपक सिंह ने कहा कि दूरस्थ अंचलों के ग्रामीणों को शहर जैसी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए शिविरों का आयोजन शुरू किया गया है। अब तक दो चरण पूरे हो चुके हैं, जिनमें डेढ़ लाख से अधिक ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
विशेष स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता
इन शिविरों में इंदौर के मेडिकल कॉलेजों और अन्य चिकित्सा संस्थानों के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने अपनी सेवाएं दीं। आधुनिक मशीनों की मदद से मरीजों के शुरुआती चरण में ही बीमारियों का पता चल सका, जिससे समय पर उपचार संभव हुआ।
दूसरे चरण के परिणाम
दूसरे चरण में अक्टूबर से दिसंबर तक 10 शिविर आयोजित किए गए, जिनमें 63,000 से अधिक ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण हुआ। 518 डॉक्टर और 902 नर्सिंग स्टाफ ने अपनी सेवाएं दीं। दो हजार से अधिक सोनोग्राफी, 11,000 से अधिक रक्त परीक्षण, मेमोग्राफी, एक्स-रे और इको जैसी जांचें भी की गईं।
निःशुल्क उपचार और भविष्य की योजनाएं
शिविरों में हृदय रोग, कुपोषण, कैंसर, स्त्री रोग, ब्लड प्रेशर, शुगर और सिकलसेल जैसे रोगों से पीड़ित 14,000 मरीजों का निःशुल्क उपचार किया गया। मार्च में शुरू होने वाले तीसरे चरण में शिविरों का विस्तार किया जाएगा और मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी। संभागायुक्त ने सरकारी और निजी क्षेत्र के डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के योगदान की सराहना करते हुए सभी को इस पहल में अपना समर्थन जारी रखने की अपील की।